वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे पर बीकानेर के मनीष पारीक को मिला दैनिक भास्कर जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर अवार्ड 2022-23
बीकानेर। दैनिक भास्कर के फोटो जर्नलिस्ट मनीष पारीक को एक बार फिर दैनिक भास्कर जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर अवार्ड 2022-23 मिला हैं। ये सम्मान लेने वाले मनीष पारीक राजस्थान से एक मात्र भास्कर के पत्रकार हैं। मनीष को ये अवार्ड लम्पी की भयावहता को उजागर फोटो जो 7 सितंबर 2022 के अंक में 'धरती माता की गोद में गो माता की मौन चीत्कार' शीर्षक से प्रकाशित फोटो में दिखाया गया था कि कैसे लम्पी से मृत गाय के शव खुले में फेंके जा रहे थे। 50 हजार लोगों का रहना दुर्भर हो गया था।
बुधवार को भास्कर के जयपुर स्थित कार्यालय में दैनिक भास्कर बीकानेर के फोटो जर्नलिस्ट मनीष पारीक को वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे पर 'दैनिक भास्कर जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर' अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवार्ड के लिए चुने जाने वालों में राजस्थान से मनीष अकेले भास्कराइट्स हैं। यह अवार्ड सिर्फ भास्कर में कार्यरत पत्रकारों के लिए था, जिसमें देश भर से पांच पत्रकारों का चयन हुआ।
दैनिक भास्कर एमडी सुधीर जी से वीडियो कांफ्रेंसिंग में बात हुई उन्होंने मनीष पारीक से लंम्पी प्रकोप की अवार्डेड फोटो की कहानी जानी और इनके काम की तारीफ की। मनीष पारीक के लिए गौरव की बात है जब देश भर में पांच पत्रकारों को इस अवॉर्ड के लिए चुना गया तो उसमे राजस्थान के प्रतिनिध्व के रूप में इनका नाम था। मनीष पारीक ने कहा कि ये अवार्ड बीकानेर भास्कर टीम को समर्पित करता हूं। आभार बीकानेर संपादक पियूष जी मिश्रा जिनके मार्गदर्शन में यह संभव हुआ।
इस से पहले भी बेस्ट फोटोग्राफी के लिए पारीक का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड और OMG बुक आफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है। इन फोटो में मनीष ने कोरोना के दौरान सूनी पड़ी सड़कों के साथ ही पूरे शहर का विहंगम दृश्य दिखाया था, जिसमें सड़कों पर सिर्फ चंद पुलिसकर्मी ही नजर आ रहे हैं। फोटो पत्रकारिता के साथ हुई जिसमें लॉकडॉउन के पहले दिन विशेष फोटोग्राफी के साथ इन्होंने "सन्नाटे में डूबे बीकानेर शहर" का वीडियो बनाया था। जिसे देश ही नहीं विदेशों में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने सोशल मीडिया पर पसंद किया क्योंकि, पूरे भारत में लॉक डाउन का यह पहला ऐसा वीडियो था।
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