जिले में एकबार फिर ऊंट तस्करी करने का मामला सामने आया है। ऊंटों को पिकअप में लादकर ले जाते समय लोगों ने पीछा कर पकड़ा। पुलिस ने एक पिकअप जब्त की है, जिसमें तीन ऊंटों को डाल रखा था। पुलिस ने ऊंटों को थाना परिसर के पास खुले में पेड़ों से बांधा है। समाजसेवी राजू राइका व बिक्रम सिंह राठौड़ की रिपोर्ट आधार पर अज्ञात आरोपियों खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
थानाधिकारी जय कुमार भादू ने बताया कि ऊंट प्रेमी राजू राइका व बिक्रम सिंह राठौड़ गुरुवार रात को बीकानेर सड़क मार्ग से छतरगढ़ आ रहे थे। तभी नेशनल हाईवे स्थित गोगलियावाली ढाणी के पास आगे चल रही दो पिकअप गाड़ियों में ऊंट भरे होने की आशंका हुई। उन्होंने गाड़ी को दोनों पिकअप गाड़ियों के आगे लगाकर रोकने की कोशिश की। तब एक पिकअप गाड़ी रात में अंधेरे का फायदा उठाया चालक लेकर भाग गया। एक अन्य गाड़ी को कड़ी मशक्कत के बाद रोका गया। पिकअप में सवार दो व्यक्तियों ने ऊंट प्रेमियों पर हमला करने की कोशिश की। वह ऊंट से भरी पिकअप गाड़ी छोड़कर फरार हो गए। इस घटना की जानकारी राजू राइका ने छतरगढ़ पुलिस को दी गई। तब थानाधिकारी जय कुमार भादू मय टीम घटना स्थल पर पहुंचे और गाड़ी को कब्जे में लिया। पिकअप में तीन ऊंट लदे हुए थे। पुलिस ने पिकअप को जब्त किया, जबकि ऊंट को परिसर में रखा गया है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
दो साल बाद फिर ऊंट तस्करी का मामला आया सामने
छतरगढ़ पुलिस ने दो साल पहले ऊंट तस्करी का मामला पकड़ा था। 27 जून 2021 में सतासर के पास एक ट्रक से 14 ऊंट पकड़े थे। इन ऊंटों की तस्करी की जा रही थी। वर्ष 2021 से पहले छतरगढ़ क्षेत्र से हरियाणा के रास्ते ऊंट तस्करी के मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद ऊंट तस्करी के मामलों पर विराम लग गया था। अब फिर ऊंट तस्करी का मामला सामने आया है। तस्कर छतरगढ़ क्षेत्र के आसपास गांवों से ऊंटों को भरकर लाते और हरियाणा बेचने जाते हैं।
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