बीकानेर। सरकारी नौकरियों की भर्ती परीक्षाओं में नकलबाजी के कुख्यात माफिया तुलछाराम कालेर को गंगाशहर पुलिस प्रोडेक्शन वारंट पर सैंट्रल जेल बीकानेर से दबोच कर लायी है । बीते जून माह में हुई स्थानीय निकाय विभाग की राजस्व अधिकारी परीक्षा के दौरान विग में ब्लूटूथ डिवाइस लगाकर नकल कराने के मामले में गिरफ्तार तुलछाराम कालेर गंगाशहर थाने में दर्ज नकलबाजी के एक मामले में न्यायिक अभिरक्षा के तहत जेल में बंद था। हालांकि पिछले सप्ताह उसने जमानत अर्जी लगाई थी,लेकिन में विग ब्लूटूथ डिवाइस से मामले में वांच्छित होने के कारण कोर्ट ने उसकी जमानत अर्जी नामंजूर कर दी। जानकारी मे रहे कि राजस्व अधिकारी परीक्षा के दौरान बीकानेर के तीन सेंटर्स पर विग से नकल करने के मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें उदयरामसर में स्थित सावित्री देवी बीएड कॉलेज से महेंद्र ओझा और मुरली सिंह यादव कॉलेज में एग्जाम देने पहुंचे मनोज कुमार को नकल से पहले एग्जाम सेंटर में घुसते वक्त पकड़ा। वहीं, पवन मूंड को एमएम स्कूल से गिरफ्तार किया गया था। नकल के आरोपी महेंद्र ओझा, मनोज कुमार और पवन मूंड की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ में तुलछाराम का नाम सामने आया था। इसके बाद तुलछाराम फरार हो गया,जिसे नोखा पुलिस ने श्रीबालाजी थाना इलाके की एक ढाणी से दबोचा था । तुुलछाराम कालेर का नाम राजस्थान के नकल माफियाओं की टॉप टेन सूचि में शामिल है। जो चप्पल में डिवाईस से नकल करवाने के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। मास्ट माइण्ड कालेर ने चप्पल में सिम और ब्लूटूथ फिट की थी। तब पुलिस ने उसे व उसके भतीजे पौरव कालेर को गिरफ्तार किया गया।
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