बीकानेर। बार एसोसिएशन, बीकानेर द्वारा आज आमसभा अध्यक्ष बिहारी सिंह राठौड़, वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मेंद्र वर्मा एवं सचिव हितेश कुमार छंगाणी की अध्यक्षता में आहुत की गई। जिसके सभापति मुमताज अली भाटी एवं विशेष सदस्य राजस्थान बार कौंसिल के सदस्य कुलदीप कुमार शर्मा रहे । बार एसोसिएशन, बीकानेर के अध्यक्ष बिहारी सिंह राठौड़ ने आम सभा की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जोधपुर के अधिवक्ताओं द्वारा बीकानेर में वर्चुअल हाईकोर्ट बैंच स्थापित होने की तुलना मुख्य पीठ जोधपुर के हितों पर कुठाराघात से करना निम्न सोच को दर्शाता है। जोधपुर के अधिवक्ता केवल अपने निजी स्वार्थ के चलते लोकतांत्रिक व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं। बार एसोसिएशन, बीकानेर के मीडिया प्रभारी अनिल सोनी ने बताया कि आज की आम सभा में सभी उपस्थित सदस्यों ने ध्वनिमत से जोधपुर के अधिवक्ताओं के विरूद्ध खुला निन्दा प्रस्ताव पारित करने की अनुशंषा की। आज की आमसभा में निन्दा प्रस्ताव पारित करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता करण सिंह तंवर ने कहा कि जोधपुर के अधिवक्ताओं का उक्त कृत्य बीकानेर के अधिवक्ताओं की गरिमा पर ठेस है, जो योग्यता हाईकोर्ट में पैरवी करने की जोधपुर के अधिवक्ताओं की है वही योग्यता हम बीकानेर संभाग के अधिवक्ताओं की है, कोई अधिवक्ता निम्नतर व उच्चतर नहीं है। बार काउंसिल सदस्य कुलदीप कुमार शर्मा ने कहा कि भारत सरकार बीकानेर, कोटा, उदयपुर सहित 10 स्थानों पर वर्चुअल हाई कोर्ट बेंच खोलने का प्रयास स्वागत योग्य है। बजरंग छींपा एवं कमलनारायण पुरोहित ने कहा कि जो लोग बीकानेर में वर्चुअल हाईकोर्ट का विरोध कर रहे हैं। हमें उनका खुलकर विरोध करना होगा, क्योंकि बीकानेर में वर्चुअल हाईकोर्ट मांग नहीं बल्कि अधिकार है। व. उपाध्यक्ष
धर्मेन्द्र वर्मा ने कहा कि बीकानेर के अधिवक्ताओं का 14 वर्षों का लम्बा संघर्ष है जो सफलता की कसौटी पर खरा उतरने जा रहा है। लालचन्द सुथार एवं नितिन चूरा ने कहा कि वर्चुअल हाईकोर्ट के समर्थन में बीकानेर के अधिवक्ताओं द्वारा शहर में वाहन रैली निकाली जानी चाहिए एवं वर्चुअल हाईकोर्ट में पैरवी कैसे करें, इसलिए भी युवा अधिवक्ताओं हेतु वर्कशॉप का आयोजन किया युवा अधिवक्ता जाना चाहिए। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष विवेक शर्मा एवं वरिष्ठ अधिवक्ता ओ.पी. हर्ष ने कहा कि बीकानेर के सांसद एवं विधि मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बीकानेर सहित कोटा एवं उदयपुर में न्यायिक विकेन्द्रिकरण प्रणाली के तहत वर्चुअल हाईकोर्ट की जो घोषणा की है वह न्यायिक सुधारों में महत्वपूर्ण सुधार है, यदि अभी हाईकोर्ट वर्चुअल बैंच बीकानेर को जोधपुर के अधिवक्ताओं के विरोध के कारण नहीं मिली तो फिर कभी नहीं मिलेगी। इसलिए अधिवक्ताओं को एकजुट होकर इस स्वर्णिम अवसर का लाभ उठाना चाहिए। मीडिया प्रभारी अनिल सोनी विक्रम सिंह सुरेश व्यास ने कहा कि वर्चुअल हाईकोर्ट के अभाव
में बीकानेर के कई योग्य अधिवक्ता हाईकोर्ट की प्रेक्टिस के अभाव में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनने से वंचित रहे जाते हैं। यदि बीकानेर में वर्चुअल बैंच की घोषणा होती है तो बीकानेर के अधिवक्ताओं का भी नाम हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पढ़ा जायेगा। । अन्त में सभापति मुमताज अली भाटी ने निन्दा प्रस्ताव पारित करते हुए कहा कि जोधपुर के सभी वकीलों के खिलाफ निन्दा प्रस्ताव पारित कर, निन्दा प्रस्ताव की प्रतिलिपि जोधपुर के प्रत्येक अधिवक्ता को प्रेषित की जावे तथा प्रधानमंत्री एवं विधि मंत्री को समर्थन पत्र प्रेषित किया जायेगा एवं हाईकोर्ट वर्चुअल बैंच के साथ ही स्थायी बैंच की भी मांग निरन्तर जारी रहेगा। इस आम सभा में बार एसोसिएशन, बीकानेर के उपाध्यक्ष साजिद मकसूद, सहसचिव मनोज बिश्नोई ( अलाय), शान्ति शर्मा, कोषाध्यक्ष आसू प्रकाश पारीक, सह-कोषाध्यक्ष लक्ष्मण नायक, पुस्तकालय अध्यक्ष पवन स्वामी, मदन सुरोलिया, महावीर सुरोलिया, रविन्द्र बरड़िया, तन्नाराम लखारा, दामोदर शर्मा, ओमप्रकाश जोशी, सुखदेव व्यास, जितेन्द्र शेखावत, विनय कुमार त्रिपाठी, गिरीराज सिंह भाटी, मान्वेन्द्र सिंह, अजय जोशी, मनोज भादाणी, अतुल भटनागर, सुनील आचार्य, मुकेश आचार्य, शिवचंद भोजक, अनिल बिश्नोई, दीपक गौड, हरनाथ सिंह, हरिनारायण सारस्वत, नीलकमल स्वामी, लालदास स्वामी, सरजीत सिंह राठौड़, कपिल नारायण पुरोहित, बलविन्द्र बिश्नोई, शैलेन्द्र शर्मा, सुरेश नारायण पुरोहित, कमल सिंह, रूघाराम सारण, संजय गौतम, सुनीता अरोड़ा, प्रियंका सनाढ्य, रामदयाल गहलोत, सुखाराम दावा, वैंकट व्यास, सुशील भोजक, गिरीराज व्यास, भागीरथ सिंह शेखावत, ललित घारू, बशीर अहमद खिलजी, घनश्याम जनागल, श्याम पंवार, राशिद अली, विजय पाल चौधरी, हेमन्त सिंह, निर्मल व्यास, श्याम कुलरिया, निर्मल व्यास, ज्ञानशर्मा, ज्ञानप्रकाश मारू, प्रशान्त कच्छावा, तेज कुमार शर्मा, नवनीत सारण, हिमांशु बेनिवाल, सुमित डूडी, जावेद अख्तर, अमित भारद्वाज, अकिला खान आदि अधिवक्तागण उपस्थित थे
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