बीकानेर की दशकों पुरानी रेल फाटक समस्या का समाधान करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार एक दूसरे पर टाल मटोल करती रही है। पहले एलिवेटेड रोड का काम स्वीकृत होकर भी सिरे नहीं चढ़ पाया और अब अंडरपास की योजना भी ठंडे बस्ते में जाती नजर आ रही है। दरअसल, रेलवे ने शर्त लगा दी है कि जब तक भूमि अवाप्ति की कार्रवाई नहीं हो, तब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं होना चाहिए। भूमि अवाप्ति में काफी वक्त लगेगा, ऐसे में ये काम फिर से अटक सकता है।
बीकानेर शहर में सांखला फाटक रेलवे क्रॉसिंग के समीप अंडरपास और कोटगेट फाटक पर रेलवे अंडर ब्रिज के निर्माण कार्य की स्वीकृति को दो भागों में विभाजित करने की अनुशंसा को स्वीकृत किया गया है। शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने बताया कि बजट घोषणा 2023-24 की बिंदु संख्या 364.01 के तहत स्वीकृत कोटगेट आरयूबी और सांखला फाटक अंडरपास निर्माण को विभाजित करने की अनुशंसा को स्वीकृत किया गया है। इसके तहत दोनों कार्यों को दो भागों में विभाजित करने और दोनों कार्यों की पृथक-पृथक निविदाएं आमंत्रित करने की स्वीकृति दी गई है। इसके अनुसार कोटगेट फाटक पर अंडरब्रिज निर्माण कार्य के लिए 10 करोड़ और सांखला फाटक अंडरब्रिज निर्माण कार्य के लिए 25 करोड़ रुपए की अलग-अलग स्वीकृति प्रदान की गई है। दोनों निविदाएं अलग-अलग होने से कार्य अधिक गति से किए जा सकेंगे। पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता (भवन/ब्रिज) सुबोध कुमार मलिक ने बीकानेर वृत्त के अधीक्षण अभियंता को इस संबंध में पत्र भेजकर यह अनुमति दी है।
कहां से कहां तक बनेगा अंडर पास
कोटगेट और सांखला फाटक पर अंडर बाइपास बनना है। कोटगेट पर बनने वाला अंडर पास फड़ बाजार के पास शुरू होगा और आगे जाकर कोटगेट से कुछ पहले खुले जाएगा। ऐसे में इस पूरे क्षेत्र में काम चलना है। यहां ज्यादा तोड़फोड़ नहीं है। वहीं सांखला फाटक के पास बनने वाला अंडर पास तोड़फोड़ वाला होगा। ये कोयला गली से तौलियासर गली के पास से शुरू होगा। एक दर्जन से ज्यादा मकानों और दुकानों को तोड़ता हुआ ये अंडर पास वर्तमान सांखला फाटक से कुछ दूरी पर खुल जाएगा।
रेलवे की शर्तें
इस काम के लिए रेलवे की कई शर्तें है। इसमें एक शर्त ये है कि निर्माण कार्य तब तक शुरू नहीं किया जाए, जब तक कि भूमि अवाप्ति की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाए। भूमि अवाप्ति के लिए प्रशासन को नोटिस देना होगा। इसके बाद मकान मालिक को अवसर दिया जाएगा। इतने समय में अगर काम शुरू नहीं होगा तो अंडरपास बनाने का काम भी साल भर भी लग सकता है।
रानी बाजार का भी विरोध
उधर, रानी बाजार में बन रहे अंडर ब्रिज का भी विरोध शुरू हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ब्रिज के दोनों तरफ जगह नहीं छोड़ी गई है। ऐसे में आपात काल में एम्बुलेंस या फिर फायर ब्रिगेड भी नहीं निकल सकती। ये लोग अब कलक्टरी पर धरने पर बैठ गए हैं।
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