बीकानेर। अगवा युवक का श्रीडूंगरगढ़ पुलिस ने पता लगा लिया है। युवक को मेघालय के जंगलों में बंदी बनाकर रखा गया है। पुलिस ने युवक को निगरानी में ले लिया है। श्रीडूंगरगढ़ से पांच सदस्यीय पुलिस टीम मेघालय पहुंच गई है।जानकारी के अनुसार, श्रीडूंगरगढ़ से दीनदयाल शर्मा का अपहरण हुआ था। अपहरण करने वाले उसके परिजनों से लाखों रुपए की फिरौती मांग रहे थे। युवक के अपहरण की सूचना पर श्रीडूंगरगढ़ पुलिस अलर्ट हुई। पुलिस ने आरोपियों की मोबाइल लोकेशन निकाल कर उनका पीछा शुरू किया। आरोपियों ने बाद में फिरौती की रकम साढ़े तीन लाख से बढ़ा कर छह लाख कर दी।
यूं मिली सफलता
युवक के अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद श्रीडूंगरगढ़ पुलिस ने मुखबिरों व साइबर सेल को अलर्ट किया। आरोपियों की लोकेशन के आधार पर श्रीडूंगरगढ़ थाने के सिपाही अजीत व राजवीर पीछे लग गए। साइबर सेल की मदद से दोनों सिपाही आरोपियों को ढूंढते-ढूंढते मेघालय पहुंच गए। वहां पर उन्होंने परिजनों के पास आ रहे फोन की तकनीकी मदद से लोकेशन पता की, जो मेघालय के घने जंगलों में आई। तब उन्होंने बीकानेर पुलिस के उच्चाधिकारियों को जानकारी दी और स्थानीय पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों की मदद ली। बताते हैं कि बटालियन के करीब 20 जवानों के साथ घने जंगल में 48 घंटे तक लगातार सर्च ऑपरेशन चला।
आरोपियों ने करीब 10 बार अपनी लोकेशन बदली।
भागने लगे आरोपी, पुलिस व सुरक्षाकर्मियों ने घेरापुलिस व सुरक्षाकर्मी जब आरोपियों के पास पहुंचे। आरोपियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस व सुरक्षाकर्मियों ने घेर लिया। फायरिंग हुई। मौके से अगवा युवक समेत तीन आरोपियों को दस्तयाब किया गया। वहीं मुख्य आरोपी रूपचंद को पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस सूत्रों की मानें, तो मुख्य आरोपी को वहां की पुलिस ने डिटेन कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने जिन तीन आदिवासी व्यक्तियों को पकड़ा है, उनमें से एक डकैत है। करीब ढाई साल पहले उस डकैत ने मेघालय पुलिस के सामने सरेंडर किया था। इसके खिलाफ हत्या एवं अपहरण के कई मामले दर्ज हैं।
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