जन्माष्टमी के मौके पर बीकानेर के हर मोहल्ले में रौनक देखने को मिली। कहीं मंदिरों में सुबह से सजावट हो रही तो कहीं घरों में दर्शन के लिए लोग पहुंच रहे हैं। प्रमुख मंदिरों में दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतार भी देखी जा सकती है तो देर रात तक मंदिरों में धूम रही। खासकर कृष्ण मंदिरों में सजावट रहीं लेकिन अन्य भगवान के मंदिरों में जन्माष्टमी की रौनक रही। कई महादेव मंदिरों में भी सजावट हुई तो कहीं गणेश मंदिरों में झांकियां देखी गई।
बीकानेर के दम्माणी चौक स्थित बड़ा गोपालजी मंदिर में शाम से ही दर्शन करने वालों की भीड़ रही। रात होते-होते आरती के समय मंदिर में पांव रखने को जगह नहीं थी। मंदिर के बाहर सड़क तक लोग खड़े रहे। पुष्पों से शृंगारित गोपालजी की प्रतिमा भक्त निहारते ही रहे। मंदिर के चारों तरफ पुष्प लगाए गए, वहीं निज मंदिर को खास तौर पर सजाया गया। मंदिर में पूजा करवा रहे गोपाल व्यास उर्फ काला महाराज ने बताया कि सुबह से पूजा अर्चना चल रही है। सुबह विशेष अभिषेक किया गया। जिसमें केसर जल से भगवान को स्नान करवाया गया। पंडित विष्णु व्यास ने बताया कि हर रोज की तरह इस बार भी मंदिर में दिनभर पूजन चला। अभिषेक में कृष्ण भक्तों ने हिस्सा लिया।
इसके अलावा जस्सूसर गेट स्थित कृष्ण मंदिर में भी भक्तों का तांता लगा रहा। शाम के समय यहां विशेष सजावट को देखने लोग सपरिवार पहुंचे। खासकर मंदिर में महिलाओं की भीड़ रही। बच्चों ने भी यहां झांकियों का लुत्फ उठाया। लक्ष्मीनाथ मंदिर में भी कृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही। आम दिनों में यहां भक्तों की भारी भीड़ रहती है जो जन्माष्टमी पर ज्यादा रही।
घरों में भी लोगों ने झांकियां सजाई। आसपास के लोग पहुंचकर यहां सजावट देखते हैं। बीकानेर के मरुनायक चौक, दम्माणी चौक, रांगड़ी चौक, बड़ा बाजार, मोहता चौक के अलावा मुरली मनोहर मंदिर, सुजानदेसर, गौतम चौक, मुरलीधर व्यास नगर, जवाहर नगर, अंत्योदय नगर, जयनारायण व्यास नगर सहित अनेक कॉलोनियों में स्थित मंदिरों में व घरों में कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव मनाया गया। बड़ी संख्या में लोगों ने व्रत रखा, जिसे रात बारह बजे कंस वध के बाद ही तोड़ा जाएगा।
0 Comments