शेर को गीदड़ों ने मारा, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड़ के बाद पहली बार कैमरे पर आयी पत्नी, कल भी राजस्थान बंद रखना...देखे वीडियो
जयपुरः सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड़ में सहमति पत्र पर विरोधाभास के बाद पत्नी ने कहा कि दगा कर शेर को गीदड़ों ने मारा है. जो घर से चला गया उसकी कमी पूरी नहीं हो सकती है. एक मांग मेरी भी है. जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक यहां से हिलना नहीं है. सुखदेव सिंह ने लेटर पर कभी आश्वासन नहीं लिया है. अपनी बहन के लिए आप लोगों को ताल ठोकनी है. आंदोलन चाहे उग्र करना पड़े, लेकिन यहां से हिलना नहीं है. धरना प्रदर्शन करना हमारी मजबूरी और जरूरत भी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने कहा, "...कल भी राजस्थान बंद रखना है। मैं पूरे देश के राजपूतों का आह्वान करती हूं कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में यहां आए।
इससे पहले पुलिस प्रशासन और समाज के लोगों के बीच 8 सूत्री मांगों को लेकर सफल रही वार्ता की बात सामने आयी थी लेकिन उसके बाद भाई ने इसको खारिज कर दिया.
भाई ने किसी भी प्रकार की सहमति से इनकार कर दिया है. भाई ने पुलिस अधिकारियों की सस्पेंड की भी मांग की है. और कहा कि मांग नहीं माने जाने तक धरने जारी रहेगा.
भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि इस मामले की जांच NIA से होनी चाहिए. क्योंकि इस वारदात का मुख्य आरोपी विदेश में बैठा है. ऐसे में इस पूरे मामले की जांच NIA के द्वारा की जानी चाहिए. इससे पहले गोगामेड़ी हत्याकांड की जांच के लिए SIT गठित की गयी. ADG क्राइम दिनेश एमएन के पर्यवेक्षण में SIT गठित की गई. गोगामेड़ी हत्याकांड के दोनों अभियुक्तों की पहचान हुई.
राजेंद्र राठौड़ ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि प्रदेश में अपराधियों की समानांतर सरकार चल रही है. कांग्रेस राज में जमकर अपराध की घटनाएं हुई. पीड़ित परिवार को सुरक्षा मिलनी चाहिए. पूरे राजस्थान में भय और आतंक का माहौल बना हुआ है. घटना से पहले सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने सुरक्षा मांगी थी. लेकिन सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए कोई कार्रवाई नहीं की. ऐसे में अब इस मामले की भी गंभीरता से जांच होनी चाहिए. कि आखिर सुरक्षा क्यों नहीं मिली? नई सरकार के गठन होने पर अपराध पर तुरंत प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के विरोध में आज राजस्थान बंद है. जयपुर के भीतरी शहर में भी बंद का असर देखने को मिला. यहां के व्यापारियों ने मंगलवार को ही बंद का समर्थन दिया था.जयपुर के मेट्रो मास अस्पताल के बाहर अभी भी समर्थक जुटे हैं. प्रदेश बीजेपी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर बेरिकेड्स हटाए. जयपुर में अजमेर-दिल्ली हाईवे जाम लगा दिया. आज सुबह से ही जयपुर, कोटा, जोधपुर, जैसलमेर, चूरू, बीकानेर और उदयपुर समेत अन्य शहरों में बाजार बंद रहा. कई शहरों के स्कूलों में भी छुट्टी घोषित कर दी गई. राज्यपाल कलराज मिश्र लगातार मॉनिटरिंग कर रहे है. मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी, पुलिस कमिश्नर को राजभवन बुलाया और प्रदेश की कानून एवं शांति व्यवस्था की विशेष समीक्षा की. गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात कर विस्तार से जानकारी दी.
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