इस बार मामला टेडी खीर, बाकी सब खैरियत है.......मुकेश पूनिया
एक्शन में आये मेडिकल मंत्री..!
राजस्थान के मेडिकल मंत्री ने अपना एक्शन दिखाना शुरू कर दिया है। उन्होने सख्त लहजे में कहा है कि होस्पीटलों में डॉक्टर्स और नर्सिग स्टाफ की लेट-लतीफी अब नहीं चलेगी। इनके होस्पीटल आने - जाने के समय की रिकॉर्डिंग होगी। इतना ही नहीं तमाम होस्पीटलों में डॉक्टर्स के चैम्बर्स में भी सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे। अगर जरूरत पड़ी तो होस्पीटलों में सर्जिकल स्ट्राइक के अंदाज में चैकिंग भी जायेगी। इधर,मीडिया भी मेडिकल मंत्री के तैवरों को बढ़ा-चढ़ा कर दिखा रहा है,लेकिन डॉक्टर्स और नर्सिग स्टाफ के रवैये में मेडिकल मंत्री के एक्शन को कोई खास असर नजर नही आ रहा है। इसलिये फिलहाल सब खैरियत है।
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भडक़ गये जयपुर वाले कागजी
विधानसभा चुनावों में अपनी दूसरी बीवी का खुलासा होने के कारण सुखिर्यो में रहे जयपुर के कागजी विधायक के किस्से भी बड़े निराले है। नया किस्सा संक्राति के मौके पर पंतगबाजी से जुड़ा है। दरअसल पंतबाजी के शौकिन विधायक कागजी संक्राति के दिन छत्त पर चढ़ गये और अपने एक शार्गिद से पंतगे और चर्खिया मंगा ली। लेकिन कई पंतगों पर योगी-मोदी के चेहरे छपे देखकर उनके तैवर गरमा गये और शार्गिद को फटकार लगाकार योगी-मोदी वाली पंतगें मौके पर ही फड़वा डाली। इसके बाद उनका मिजाज थोड़ा शांत हो गया,लेकिन माहौल उस वक्त ओर दिलचस्प हो गया जब मोदी-योगी छपी एक पंतग कटकर उनकी छत पर आ गिरी। पतंग को देखकर कागजी इस कदर गुस्सा हो गये कि उन्होने अपने हाथों से उसे चूर-चूर कर दिया । कागजी का ये किस्सा जयपुरी गलियारों में खूब सुर्खिया बटोर रहा है,मगर फिलहाल सब खैरियत है।
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दिल्ली से लगानी पड़ेगी एप्रोच
राजस्थान की सत्ता में आई भाजपा सरकार का पॉवर पॉइंट अबकी बार जयपुर के बजाय दिल्ली में बताया जा रहा है,ऐसे में सत्ता के दलालों को अपना धंधा चलाने के लिये दिल्ली से प्रपोच लगानी पड़ेगी। दरअसल,नयी सरकार में सीएम से लेकर मंत्री मंडल तक की लिस्टे दिल्ली में अपडेट हुई। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रशासन और पुलिस में फेरबदल की लिस्टे भी दिल्ली से ही फाइनल हो रही है। इसलिये ज्यादात्तर अफसर भी सीधे दिल्ली से एप्रौच लगा रहे है। इन हालातों में अब सत्ता के दलाल भी दिल्ली में अपनी सेटिंग बैठाने में जुट गये है,मगर फिलहाल सब खैरियत है।
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निष्ठावानों को सता रहा तबादलों का डर
पिछली सरकार में तीनों मंत्रियों के दम बीकानेर की खाकी फौज में रूतबा रखने वाले जिला पुलिस के कई थानेदारों की हवाईया इन दिनों उड़ी हुई है। इनमें कई ऐसे नामी थानेदार भी है,जो लंबे समय से अपना खूंटा गाडक़र बीकानेर में जमें हुए बैठे है। चुनावों से पहले बड़े स्तर पर थानेदारों के तबादले हुए लेकिन मंत्रियों के निष्ठावान थानेदार यहीं जमें रहे। अब सत्ता बदलने के बाद इन निष्ठावानों को बीकानेर से अपने बोरिया बिस्तर बंधने का डर ज्यादा सत्ता रहा है। इधर,निष्ठावानों को बीकानेर से विदाई दिलाने के लिये नई सत्ता वालों ने हिटलिस्ट तक तैयार कर रखी है,मगर फिलहाल सब खैरियत है।
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इस बार मामला टेडी खीर
जिले में लंबे समय से सिस्टम की मलाईदार सीटों पर जमे अफसरों को अब कभी रूख्सतगी लेनी पड़ सकती है,इनमें कई ऐसे अफसर भी हैं जो बीकानेर में ही जमा रहना चाहते है, इन अफसरों ने नए विधायकों के नजदिकयों की सूची बनाई और उनके यहां धोक लगाना शुरू कर दिया है। मुर्हुत देखकर डिजायर लिखवाने की भी तैयारियां हो चुकी हैं,लेकिन नये मॉडल की सरकार में डिजायर लिखने वालों को इस बार कई जटिल प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ सकता है,इसलिये मामला टेडी खीर लगा रहा है,मगर फिलहाल सब खैरियत है।
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