बीकानेर में कोल्ड डे: स्कूलों में बढ़ी इस दिन तक छुटि्टयां
बीकानेर। प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट स्कूल में पांच जनवरी तक छुटि्टयां है लेकिन सर्दी तो जनवरी के पूरे महीने में कड़ाके की रहने वाली है। बीकानेर सहित पश्चिमी राजस्थान में सर्दी ने दिसम्बर के अंतिम दिनों में ही अपना रंग दिखाना शुरू किया है जो जनवरी शुरू होने के साथ ही प्रदेश कोहरे की चपेट में है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में तापमान और गिरने वाला है।
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा का कहना है कि उत्तरी हवाओं ने पूरे पश्चिमी राजस्थान में कड़क सर्दी का अहसास करा दिया है। सर्दी 30 दिसम्बर से शुरू हुई और पूरे जनवरी में रहेगी। आने वाले दिनों में सामान्य से कम तापमान रहेगा। तीस दिसम्बर तक सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान था। बीकानेर सहित पश्चिमी राजस्थान में आमतौर पर जनवरी के अंतिम सप्ताह में सर्दी से राहत मिलनी शुरू हो जाती है लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। इस बार जनवरी के अंतिम सप्ताह में भी तापमान सामान्य से कम होगा।
जनवरी में न्यूनतम तापमान तापमान सामान्य तौर पर 7.5 डिग्री सेल्सियस रहता है। अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस सामान्य रूप से जनवरी में रहता है। इस बार ये दोनों ही कम रहने वाले हैं। यानी कड़ाके की ठंड और कोहरे का असर जनवरी के पूरे महीने कम होने वाला नहीं है। ऐसे में स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
कलेक्टर को मिलता है छुट्टी का अधिकार
आमतौर पर शिक्षा निदेशक एक आदेश जारी करते हुए सभी जिला कलेक्टर्स को अपने अपने क्षेत्र में तापमान को देखते हुए छुट्टी करने का अधिकार देते हैं। इस बार इस संबंध में अब तक आदेश जारी नहीं हुए हैं। किसी भी जिले के कलेक्टर ने छुट्टी की घोषणा नहीं की है। दरअसल, पांच जनवरी तक स्कूल्स में छुट्टी है। छह जनवरी को शनिवार और सात जनवरी को रविवार है। ऐसे में आठ जनवरी को ही इस संबंध में कलेक्टर्स आदेश जारी कर सकते हैं।
इन जिलों में सर्दी ज्यादा
वैसे तो पूरा प्रदेश ही सर्दी की चपेट में है लेकिन पश्चिमी राजस्थान में सर्दी ज्यादा रहेगी। अभी एक और पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है। जिससे सर्दी बढ़ जाएगी। राहत इतनी है कि इस बार जनवरी में मावठ की बारिश होने की आशंका नहीं है।
माइनस चार डिग्री रहा है पारा
बीकानेर में वर्ष 1964 की 26 जनवरी को तापमान माइनस चार डिग्री तक पहुंच गया था। इसके बाद से अब तक ऐसा नहीं हुआ है। शून्य तक पारा कई बार पहुंचा है और इस बार भी हो सकता है। देर से शुरू हुई सर्दी का असर भी देर से ही देखने को मिलेगा।
साढ़े सात बजे तक उजाला नहीं
आमतौर पर सर्दी में स्कूल का समय सात बजे से बढ़ाकर आठ या साढ़े आठ बजे कर दिया जाता है। ऐसे में स्कूल बस सुबह छह से साढ़े छह बजे तक स्टूडेंट्स के घर तक पहुंच जाती है। इस बार भी सर्दी की छुटि्टयां नहीं बढ़ती है तो छोटे बच्चों को परेशानी हो सकती है। स्कूलों का समय बढ़ाकर नौ से दस बजे शुरू होने का रखने की सलाह शिक्षक संगठनों ने दी है।
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