अधिवक्ताओं ने लगाया धरना, 10 दिन से न्यायिक कार्य ठप,29 को हड़ताल खत्म होने पर बन सकती है सहमति
बीकानेर। लक्ष्मणगढ़ अधिवक्ता प्रकरण को लेकर राज्य स्तरीय अधिवक्ता संघर्ष समिति के आह्वान पर अधिवक्ताओं द्वारा किए जा रहे प्रदेशव्यापी आन्दोलन के संबंध में बार एसोसिएशन, बीकानेर के अध्यक्ष रघुवीर सिंह राठौड़ के नेतृत्व में आज न्यायालय परिसर में धरना लगाया गया। इस अवसर पर सचिव भंवरलाल बिश्नोई ने बताया कि बीकानेर संभाग सहित राज्य भर के अधिवक्ता संघर्ष में शामिल है और जब तक हाई कोर्ट अपना नोटिस वापस नहीं ले लेती तब तक संघर्ष समिति के संयोजक आरके दास गुप्ता के आदेश के अनुसार संघर्ष और कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। एडवोकेट धर्मेंद्र वर्मा ने इस संघर्ष को अधिवक्ताओं के अस्तित्व का सवाल बताते हुए कहा कि जब तक अधिवक्ताओं की मांगे पूरी नहीं होती तब तक बार एसोसिएशन बीकानेर, संघर्ष समिति के साथ है। बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रहलाद जाखड़ ने कहा कि उच्च न्यायालय को ऐसे विरोधाभासी निर्णय से बचना चाहिए जिससे बार एवं बेंच के बीच गतिरोध बढ़े। वही इस दौरान युवा अधिवक्ता रवैल भारतीय ने कहा कि अधिवक्ता साथी की मृत्यु होने के उपरांत न्यायिक कार्य स्थगित किए जाने की परंपरा दशकों से चली आ रही है, बावजूद इसके हाई कोर्ट द्वारा कार्यवाही करना लोक नीति के विरुद्ध है। राज्य का प्रत्येक युवा वकील इस आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने को तैयार हैं।
इस अवसर पर एडवोकेट श्रवण भादू ने बताया कि अधिवक्ताओं का कार्य बहिष्कार 29 फरवरी तक लगातार जारी रहेगा और 29 फरवरी को ही राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर पीठ में लक्ष्मणगढ़ प्रकरण में हो ने वाली सुनवाई के पश्चात ही यह स्पष्ट होगा कि हड़ताल आगे अनिश्चितकालीन समय तक जारी रहेगी अथवा हाई कोर्ट द्वारा अपना आदेश वापस लिए जाने की दशा में संघर्ष समिति के सदस्यों द्वारा हड़ताल समाप्त किए जाने की घोषणा भी की जा सकेगी। इस दौरान फूलचंद चौधरी,प्रेम बिश्नोई, ज्ञानप्रकाश मारू,रामकिशन कड़वासरा, मनोज भादानी,शिवपाल सिंह राठौड़ , प्रहलाद जाखड़, अनिल सोनी एडवोकेट सहित अनेक अधिवक्ता उपस्थित रहे।
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