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गंगाशहर: कूटरचित दस्तावेज से सात लाख 83 हजार की धोखाधड़ी, मामला दर्ज

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गंगाशहर: कूटरचित दस्तावेज से सात लाख 83 हजार की धोखाधड़ी, मामला दर्ज

बीकानेर। ट्रेलर दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में चौधरी कॉलोनी रिको रोड नं.07 निवासी रामरतन बिश्नोई ने बीकानेर निवासी धर्मपाल पुत्र हरिकिशन धारणिया, विजयपाल पुत्र हरिकिशन व हरिकिशन पुत्र गोरधनराम के खिलाफ गंगाशहर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है।

परिवादी में बताया कि वह ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करता है। जिसके चलते उसे एक ट्रेलर गाड़ी की जरूरत थी। ऐसे में उसकी जान पहचान धर्मपाल, विजयपाल व हरिकिशन से हुई। 20 दिसंबर 2020 को उसके घर पर धर्मपाल, उसका भाई विजयपाल व उसके पिता हरिकिशन आये और उन्होंने एक गाड़ी आरजे 07 जीसी 8465 का मौखिक सौदा उसके भाई किसनाराम व ओमप्रकाश की मौजूदगी में 18 लाख रुए में तय हुआ। परिवादी ने बताया कि उस दौरान तीनों पिता-पुत्रों ने ने साई के एक लाख 65 हजार रुपए प्राप्त किये और कहा कि बाकी के पैसे जरूरत के हिसाब से ले लेंगे और गाड़ी को फाइनेंस करवाकर उसकी एनओसी लेकर आपके नाम करवा देंगे। उस दौरान इन लोगों ने गाड़ी की आरसी व असल कागजात दे दिये। उसके बाद 13 फरवरी 2021 को विजयपाल उसके पास आया और रूपयों की मांग की। तब उसने अपनी फर्म के बैंक खाते से 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिये तथा 50 हजार रुपए नकदी दिये। सात मार्च 2021 को फिर धर्मपाल का फोन आया कि उसे कुछ रुपयों की आवश्यकता है, तब उसने अपनी फर्म के खाते से धर्मपाल के बैंक अकाउंट में 75 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिये। 29 सितंबर 2022 को धर्मपाल का फोन आया कि कुछ कागजी खानपूर्ति व फाइनेंस बकाया भरने है, जिसके लिए उसे एक लाख रुपए की जरूरत है। तब परिवादी ने अपने जानकार भंवर ङ्क्षसह को फोन करके धर्मपाल को एक लाख रुपए नकदी दिलाये। तीन दिसंबर 2022 का धर्मपाल का फोन आया कि उसकी गाड़ी आटीओ ने यूपी में पकड़ ली है, कुछ रुपए भेजो। जिस पर परिवादी ने अपनी फर्म के बैंक खाते से 58 हजार रुपए धर्मपाल के खाते में ट्रांसफर किये। परिवादी ने बताया कि 29 सितंबर 2022 को उसके घर धर्मपाल, विजयपाल व हरिकिशन आये। तब परिवाने अपने मौजिज व्यक्तियों की मौजूदगी में 2 लाख 52 हजार रुपए नकद दिये और एक लिखित इकरारनामा बीकानेर कचहरी में किया। उक्त गाड़ी के मालिक धर्मपाल ने अपने भाई विजयपाल व पिता हरिकिशन ने कहा कि हमने 7,50,000 रुपए प्राप्त कर लिये है तथा कुल 18 लाख रुपयों में पूर्व तय सौदा कर जिसमें 10,50,000 रुपए 20 अगस्त 2023 को गाड़ी हिंदूजा फाइनेंस से फ्री करवाक आपको एनओसी दूंगा, उस समय आपसे प्राप्त कर लूंगा। परिवादी का आरोप है कि काफी तकादा करने के बावजूद धर्मपाल, विजयपाल व हरिकिशन तीनों टाल-मटोल करते रहे। इस पर परिवादी ने पंचायती में मौजिज लोगों को पुन: बताया कि धर्मपाल, विजयपाल व हरिकिशन तय इकरारनामा से मुक रहे है। उसके बाद 30 जून 2022 को परिवादी के घर पर फिर पंचायती हुई। जिसमें गाड़ी मालिक धर्मपाल व उसका भाई विजयपाल व उसके पिता हरिकिशन ने गाड़ी नहीं देकर परिवादी को सात लाख पच्चास हजार रुपए का चैक दिया। उसके बाद परिवादी ने तीन जुलाई 2023 को उस चैक को अपनी फर्म के अकाउंट में लगाया, लेकिन धर्मपाल के बैंक खाते में बैलेंस नहीं होने के कारण चैक बाउंस हो गया। तब परिवादी ने गंगाशहर थाने में परिवाद दिया तो 28 अक्टूबर 2023 को हरिकिशन, विजयपाल व धर्मपाल ने कुछ लोगों की मौजूदगी में 1 लाख 50 हजार रुपए नकद परिवादी को दिये। उसके बाद एक लाख पच्चास हजार रुपए 27 नवंबर 2023 को देना तय हुआ, जो आज तक नहीं दिये। परिवादी का आरोप है इस तरह आरोपियों ने धोखाधड़ी, छलकपट व कूटरचित दस्तावेज के द्वारा सात लाख 83 हजार 600 की धोखाधड़ी की। परिवादी की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जिसकी जांच एएसआई अरुण मिश्रा को सौंपी गई है।

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