सब खैरियत है.......मुकेश पूनिया..... बली का बकरा बनने कोई तैयार नहीं
लोकसभा चुनावों को लेकर बीकानेर के कांग्रेसी खेमें में माहौल खासा दिलचस्प बना हुआ है। दरअसल,यहां संसदीय सीट से मैदान में उतारने के लिये पार्टी में जबरदस्त झमेला चल रहा है। हालांकि पार्टी में उम्मीदवार तो थोक के भाव है,लेकिन सामने दिख रही हार के कारण सियासी तौर पर कोई भी बली का बकरा बनने के लिये तैयार नहीं है। पता चला है कि विधानसभा चुनावों में खाजूवाला सीट से मैदान हार चुके पूर्व मंत्रीजी ने लोकसभा चुनावों लडऩे से हाथ खड़े कर रखे है लेकिन सियासी शूरवीर होने के कारण पार्टी रणनीतिकार उन्हे मैदान में उतारने के लिये धक्कापैली में जुटे है,इतना ही नहीं पिछला संसदीय चुनाव लड़ चुके पूर्व आईपीएस सॉब भी इस बार पूरी तरह बेकफुट पर है। ऐसे में जिला प्रमुख को उत्साहित किया जा रहा है लेकिन उनकी सेहत खराब चल रही है। नाम तो इनके अलावा भी कई चल रहे है लेकिन बली का बकरा बनने के लिये आगे कौन आए इसे लेकर मामला उलझा हुआ है,मगर फिलहाल सब खैरियत है।
------------------
नई सरकार भी दागी चेहरों पर मेहरबान
प्रदेश में सरकार भले ही बदल गई है । लेकिन बदली हुई सरकार के रवैये में कोई खास बदलाव नजर नहीं आ रहा है। इसकी बानगी अभी हाल ही में थोक के भाव किये गये तबादलों में देखने को मिला। नई सरकार ने ऐसे सैंकड़ो अफसरों और कार्मिकों को मलाईदार पोस्टों पर तैनाती दे दी,जिनका रिकॉर्ड दागदार रहा है। इस मामले को लेकर जब बीकानेर में तैनात किए गये सिस्टम के दिग्गज अफसरों की कुंडलिया खंगाली गई तो कईयों के दामन पर भ्रष्टाचार और आय से ज्यादा संपति के दाग नजर आये । इसके अलावा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य,पंचायती राज,स्थानीय निकाय और आबकारी विभाग के तबादलों में भी दागियों को खूब प्रोत्साहित किया गया है,मगर फिलहाल सब खैरियत है।
-----------------
जयपुरी भू-माफियाओं को बीकानेर में दिखी हरियाली
प्रदेश की सत्ता बदलने के बाद जयपुरी भू-माफिया अब बीकानेर की ओर रूख करने लगे है। दअसल,यहां सौलर प्लांट्स के लिये देश की कई नामी कपंनियों का रूख भांपने के बाद जयपुरी लॉबी के भू-माफियाओं को बीकानेर की रेतीली जमीनों नोटो की हरियाली दिखाई देने लगी है। सिर्फ रेतीले इलाकों की जमीनें ही नहीं शहर के आस पास नई कॉलोनियों में आसमान छू रहे भूखंडों के दामों ने भी राजधानी के भू-माफियाओं का बीकानेर से मोह बढ़ा दिया है। फिलहाल बीकानेर में पांव जमा रहे जयपुरी भू-माफिया यहां स्थानीय भू-माफियाओं के साथ तालमेल बैठाने में लगे है। इससे बीकानेरी के भू-माफियाओं को अपने धंधे की मंदी छंटती दिखाई दे रही है,मगर फिलहाल सब खैरियत है।
------------------
आवासन मंडल ऑफिस में पोपाबाई का राज
बीकानेर के आवासन मण्डल ऑफिस में कायम पोपाबाई के राज से ऑफिस के अधिकारी और कर्मचारी कब अपनी हाजरी लगाकर निकल जाते है किसी को भनक भी नहीं लगती। मजे कि बात तो यह है कि इनकी लगाम कसने वाला कोई नहीं है। मुक्ता प्रसाद कॉलोनी के कई सैक्टरो में जमीनों के अवैध कब्जों में अपनी पार्टनशीप रखने वाले आवासन मंडल ऑफिस के अधिकारी और कर्मचारी आमजन का काम करने के बजाय अवैध कब्जा माफियाओं के लिये मुखबिरी करने का काम निष्ठा और लगन से करते है। इसलिये फिलहाल सब खैरियत है।
----------------
डॉक्टर्स सॉब के लगा करोड़ो का भचीड़
नेटवर्किग डिजिटल करेंसी से मोटी कमाई करने चक्कर में करोड़ा रूपये का भचीड़ खा चुके पीबीएम होस्पीटल के एक तेज तर्रार डॉक्टर सॉब बदनामी से बचने से लिये पुलिस की मदद लेने से भी घबरा रहे है । पता चला है कि ऊपरी इंकम कमाने के मामले में चर्चित डॉक्टर सॉब ने अपना कालाधन सफेद करने के चक्कर मोटी रकम नेटवर्किग डिजिटल करेंसी में इंन्वेस्ट कर दी और धोखा खा बैठे। हालांकि शुरूआत दौर में तो डॉक्टर्स की रकम के चार चांद लगते गये,लेकिन मामला करोड़ों तक पहुंचते ही ऐसा भचीड़ लगा कि डॉक्टर सॉब के अंधियारा सा छा गया,जो अब छंटने का नाम ही नहीं ले रहा है। मगर फिलहाल सब खैरियत है।
------------------
0 Comments