प्रदेश में नए वायरस ने मचाया कहर, अब तक 6 मरीज हुए बहरे, तेजी से बढ़ रहे नए केस
जयपुर: मंप्स वायरस ने राजस्थान में अचानक से कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया हैं। राजधानी में जयपुर में मंप्स वायरस से संक्रमित 6 लोग अब तक हमेशा के लिए सुनने की क्षमता खो चुके हैं। यानी ये संक्रमित मरीज बहरे हो चुके हैं। कई लोगों को इस वायरस के चलते कम सुनाई देने लगा हैं। अब तक सामने आए मामलो में 6 लोगों पर सबसे बुरा असर हुआ है। इनमें दो बच्चे भी शामिल हैं। मंप्स वायरस से होने वाला संक्रमण या बीमारी आमतौर पर बच्चों में होती है लेकिन अब इसकी चपेट में बड़े भी आ रहे हैं।
मम्प्स के संक्रमण से बचाव की जरूरत
चिकित्सा सूत्रों का कहना है कि गलसुआ (मम्प्स) एक संक्रामक बीमारी है। सामान्य बोल चाल में इसे गलसुआ रोग कहा जाता है। यह पैरामिक्सो नामक वायरस के कारण होता है। यह वायरस नाक के स्राव और सलाइवा के माध्यम से फैलता है। असल में हवा में थूंक के कण छींक, नाक और गले से निकलने वाले संक्रामक एयरड्रोपलेट्स की वजह से एक से दूसरे व्यक्ति में इंफेक्शन होने से फैलता है। एहतियात के तौर पर मास्क लगाने, हाथों को सेनेटाइज करने, खांसते, छींकते समय मुंह पर रूमाल रखने ओर गुनगुना पानी पीने की सलाह दी जा रही है।
मौसम में बदलाव के चलते गलसुआ के मरीज अधिक आ रहे है। हर रोज 5 से 10 मरीज रोज पहुंच रहे हैं। सामान्यतया दवा लेने से 4-5 दिन में ठीक हो जाता है, कुछ मामलों में 1-2 सप्ताह भी लग जाते हैं। एहतियात जरूरी है।
-डॉ. पवन मीणा, नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ, जिला अस्पताल
मौसम में बदलाव के चलते सर्दी, खांसी, जुकाम व वायरल रोगी आ रहे हैं। पानी की कमी रहने से लोग उल्टी दस्त की चपेट में भी आ रहे है। अब एहतियात रखने की जरूररत है। पानी अधिक पीना चाहिए।
-डॉ. हंसराज सुमन, वरिष्ठ फिजीशीयन, जिला अस्पताल
दो दिन के अवकाश के बाद मंगलवार को मरीजों की अधिक भीड़ रही। कुछ लोग पानी से होली खेलते समय सर्दी, जुकाम की चपेट में आकर बीमार हो गए। वायरल भी चल रहा है। भीड़ रहने से दवा वितरण में समय लगता है।
-डॉ. नीरज शर्मा, पीएमओ, जिला अस्पताल
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