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बीकानेर: 69 ग्राम एमडी व दो स्‍कुटी जब्‍त, शहर से गांवों तक फैला है सप्लाई का नेटवर्क

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बीकानेर: 69 ग्राम एमडी व दो स्‍कुटी जब्‍त, शहर से गांवों तक फैला है सप्लाई का नेटवर्क

बीकानेर। एसपी तेजस्वनी गौतम पर निर्देश पर रविवार की देर शाम व्यास कॉलोनी थाना पुलिस ने मेडिकल कॉलेज सर्किल पर एक डेयरी बूथ के पास कार्यवाही कर 69 ग्राम एमडी के साथ तीन सप्लायरों को धर दबोचा। जो मौके पर मेडिकल कॉलेज छात्रों को एमडी की सप्लाई देने के लिये आये हुए थे। व्यास कॉलोनी थाना पुलिस के सब इंस्पेक्टर देवेन्द्र कुमार के नेतृत्व में थाना पुलिस की टीम ने मौके पर तीनों जनों चन्द्रप्रकाश पुत्र हरिकिशन खत्री निवासी छबीली घाटी, रिजवान पुत्र अब्दुल रसीद निवासी पठानो का मोहल्ला फड़ बाजार, राधेश्याम कूकणा पुत्र लक्ष्मण राम निवासी एफसीआई गोदाम के पीछे बंग्लानगर को गिरफ्त में लेकर उनके कब्जे से एमडी ड्रग्स की खेप बरामद की। बताया जाता है कि तीनों सप्लायर खुद भी एमडी ड्रग्स के नशेड़ी है। फिलहाल पुलिस तीनों का अपराधिक रिकॉर्ड खंगालने में जुटी है। कार्यवाही टीम में सीआई व्यास कॉलोन सुरेन्द्र पचार, एसआई देवेन्द्र सोनी, एएसआई रामकरण, कांस्टेबल इमीचंद और अशोक शामिल थे।


जिले में नयी पीढ़ी के युवाओं को तबाह करने की ठान चुके एमडी ड्रग्स सप्लायरों ने शहर से लेकर गांवों तक अपना जाल फैला रखा है। नशा जगत से जुड़े सूत्रों के अनुसार बीकानेर में हर रोज तकरीबन तीन करोड़ से ज्यादा की एमडी ड्रग्स की खपत हो रही है। हैरानी की बात तो यह सामने आई है कि जिले में 19 से 25 साल तक की उम्र के चालीस फिसदी युवा अब एमडी ड्रग्स के नशेबाज हो चुके है। चिंता की बात तो यह है कि इनकी तादाद लगातार बढ़ रही है। आवारा युवाओं के साथ अब स्कूल और कॉलेजी छात्र भी एमडी ड्रग्स की चपेट में आ रहे है। इस मामले की पड़ताल में पता चला है कि बीकानेर शहर में इन दिनों भुट्टो का वास एमडी ड्रग्स का सबसे बड़ा हॅब बना हुआ है, इसके अलावा सर्वोदय बस्ती, बंगलानगर, बांद्राबास, चौंखूटी की प्रताप बस्ती, गोगागेट की बस्ती, मुक्ता प्रसाद नगर, राजीव नगर समेत ऐसी अनेक कॉलोनिया और मौहल्ले है जहां एमड़ी ड्रग्स सप्लाई के ठिकाने बने हुए है। सूत्रों की मानें तो ड्रग्स की खरीद-फरोत की वजह से शहर की कई कॉलोनी व बस्तियों के साथ ही गांवों में युवक नशे के आदी हो चुके हैं। इनके अलावा बड़ी संख्या में युवक घूम-घूमकर ड्रग्स बेचने में लिप्त होने लगे हैं।

दरअसल, एमडी ड्रग्स नये दौर में नशेबाजी का सबसे घातक वर्जन है, जो नयी पीढ़ी को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। जानकारों के अनुसार एमडी ड्रग्स पूर्णतः केमिकल से बनाई जाती है। इसीलिए इसे सिंथेटिक ड्रग्स कहा जाता है। वर्तमान में कई बड़े शहरों में एमडी ड्रग्स बनाई जा रही है। गुजरात व महाराष्ट के बाद अब बेंगलुरु से बीकानेर तक एमडी ड्रग्स भेजी जाती है। वहां से छोटी-छोटी मात्राओं में ड्रग्स बीकानेर शहर व आस-पास के गांवों तक सप्लाई होती है।


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