बीकानेर: आखातीज के दिन तेज गर्मी के बीच रिमझिम बारिश, पतंगबाजी भी हुई जमकर
बीकानेर। स्थापना दिवस यानी अक्षय द्वितीया पर तेज धूप के चलते पतंगबाज सुस्त रही लेकिन दूसरे दिन अक्षय तृतीया पर पतंगबाज तेज धूप के बाद भी छत पर हैं। कल सुबह धूप ने छत पर नहीं चढ़ने दिया तो शाम को सुस्त हवा के चलते निराशा हाथ लगी। इसके विपरीत शुक्रवार को हर कोई पूरे जोश के साथ हाथ में पतंग की डोर लेकर हिचके मार रहा है।
उधर लूणकरनसर में शुक्रवार को हल्की रिमझिम बारिश ने गर्मी से राहत देने का काम किया। तेज गर्मी के बीच कस्बे के मुख्य बाजार में दोपहर में रिमझिम बारिश कुछ देर हुई लेकिन काफी राहत का अहसास हुआ। आखातीज के दिन बारिश होने को अच्छा शगुन माना जाता है और अच्छे मानसून की उम्मीद की जाती है।
लूणकरणसर उपखंड क्षेत्र में शुक्रवार को पहले तेज हवा के साथ आंधी शुरू हुई। इसके बाद बूंदाबांदी हुई, जो धीरे-धीरे रिमझिम बारिश में बदल गई। चालीस डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान के बीच बारिश ने गर्मी से एकबारगी निजात दिलाई। दोपहर में मौसम ने करवट लेते ही आसमान में काले बादल छा गए।
इसके बाद बादलों की आवाजाही शुरू हो गई और बादल बरसने शुरू हो गए। लूणकरनसर के साथ ही आस-पास के गांवों में भी बादलों के बरसने के समाचार है। बीकानेर शहर में बारिश तो दूर बूंदाबांदी तक नहीं हुई। तेज पारे के बीच लोग पतंगबाजी कर रहे हैं। बीकानेर में आज भी पारा 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास होने की आशंका है।
अच्छा शगुन मानते हैं
ग्रामीणों का कहना है कि आखातीज के दिन बारिश होना अच्छे मानसून का संकेत है। आने वाले दिनों में बीकानेर में मानसून बेहतर हो सकता है। पूर्व में भी ऐसा देखा गया है कि आखातीज के दिन बारिश हुई। बारानी क्षेत्र के किसान इस अच्छे शगुन से खुश नजर आए।
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