मौत का मांझा: जूनागढ़ के पास चाइनीज मांझे की चपेट में आने से युवक बुरी तरह घायल, गले पर लगे दो दर्जन से ज्यादा टांके
बीकानेर जिले में चाइनीज मांझे की बिक्री रोक पाने में असफल पुलिस और जिला प्रशासन की नाकामी का खामियाजा आज लोगों को भुगतना पड़ रहा है। फिर एक युवक इस इंसानी खून पीने वाली ड्रैगन मांझे का शिकार बना। जूनागढ़ से गुजर रहे एक मोटर साइकिल सवार युवक का गला कट गया।
जानकारी के मुताबिक कोरियाँ मोहल्ला निवासी 30 वर्षीय युवक लीलाधर मेघवाल अपने बाइक से जूनागढ़ की ओर जा रहा था। जैसे ही कचहरी से थोड़ा आगे पहुंचा तभी वह बिजली के दो खंभों पर फंसे चाइनीज मांझे की चपेट में आ गया। फिलहाल लीलाधर का इलाज पीबीएम अस्पताल में चल रहा है। उसके गले में करीब 25 से अधिक टांके लगे हैं।
सड़क के बीचों बीच बिजली के खंभों में फंसी चाइनीज मांझे की चपेट में गर्दन आ गई। मांझे की चपेट में आते ही लीलाधर ने मोटर साइकिल राेककर हेलमेट उतारा तो उसकी गर्दन से खून बह रहा था। डॉक्टरों ने लीलाधर की गंभीर हालत को देखते हुए उसका ऑपरेशन शुरू किया। लीलाधर को लाने में अगर 15 मिनट की देरी हो जाती जो उसका बचना मुश्किल था, क्योंकि उसके शरीर से काफी खून बह चुका था और वो बेहोशी की हालत में था। उसे दो यूनिट खून भी चढ़ाया गया। पीबीएम अस्पताल में अब तक करीब 20 जनों से अधिक लोगों कट लगे मरीज पहुंचे है जिनमें अधिकतर चाइनीज मांझे के शिकार हुए है।
चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध से अनभिज्ञ हैं दुकानदार
जिले में चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोकथाम को लेकर जिला कलेक्टर ने आदेश जारी किए हैं. आदेश के बावजूद बीकानेर शहर में प्रतिबंधित चाइनीज मांझे की खूब बिक्री हो रही है. पतंगबाजी के शौकीनों भी इस चाइनीज मांझे की जमकर खरीदारी कर रहे हैं. स्थानीय प्रशासन ने एक भी दुकान पर चाइनीज मांझे को लेकर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, जिसके चलते चाइनीज मांझे की बिक्री करने वाले दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं.
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