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बीकानेर: नकल माफिया का गुर्गा गिरफ्तार, ईनामी बदमाश है आरोपी

India-1stNews




बीकानेर: नकल माफिया का गुर्गा गिरफ्तार, ईनामी बदमाश है आरोपी


जिला पुलिस ने राजस्व अधिकारी एवं अधिशाषी अधिकारी परीक्षा में अभ्यिर्थयों के सिर पर विग लगाकर उसमें रखे डिवाइस से नकल कराने वाले 25 हजार रुपए के ईनामी सुनील बिश्नोई को जोधपुर से गिरफ्त में लिया है। अभियुक्त नकल गिरोह सरगना तुलछाराम कालेर का खास गुर्गा है जो बीकानेर में नकल के तीन मुकदमों में सालभर से फरार था।

14 मई, 23 को बीकानेर जिले में अलग-अलग सेंटर पर राजस्व अधिकारी एवं अधिशाषी अधिकारी की परीक्षा आयोजित की गई थी। नकल गिरोह सरगना तुलछाराम कालेर ने अपने साथियों के साथ मिलकर अभ्‍यर्थियों से लाखों रुपए की डील की। उन्हें नकल कराने के लिए सिर पर लगाने वाली बालों की स्पेशल विग दी जिसमें सिम लगा डिवाइस था और उसका कनेक्शन कानों में लगे ब्लूटूथ से था। पुलिस को पता चल गया था कि नकल गिरोह सक्रिय है और परीक्षा में नकल कराई जाएगी। अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों पर नकली विग लगे तीन परीक्षार्थियों को पकड़कर मुकदमे दर्ज किए गए थे। नकल गिरोह के सरगना तुलछाराम कालेर का खास गुर्गा सुनील बिश्नोई इस मामले में सालभर से फरार चल रहा था।

पुलिस की साइबर सैल को उसके जोधपुर में होने की जानकारी मिली। एक टीम वहां महामंदिर थाना क्षेत्र में पहुंची और फलोदी में चाखू थाना क्षेत्र निवासी सुनील को गिरफ्तार कर लिया। उस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था। सुनील ने जयपुर, जोधपुर, फलोदी, गुजरात में फरारी काटी। अभियुक्त को रिमांड पर लिया गया है। उससे नकल गिरोह की कारगुजारियों की परतें खुलेंगी।

पुलिस टीम में साइबर सेल के हेड कांस्टेबल दीपक यादव व दिलीपसिंह, हेड कांस्टेबल भूपेन्द्रसिंह, राजूराम, कांस्टेबल देवेन्द्र, श्रीराम, सूर्यप्रकाश शामिल थे। गौरतलब है कि नकल गिरोह के सरगना तुलछाराम, अभ्यर्थी महेन्द्र कुमार ओझा, मनोज कुमार व पवन कुमार को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। नकल मामले की जांच एएसपी सिटी दीपक कुमार शर्मा के पास है।

दोपहर 3 बजे जोधपुर पहुंचा, रात डेढ़ बजे पकड़ा गया

नकल गिरोह सरगना तुलछाराम का खास सालभर से फरार चल रहा सुनील बिश्नोई सोमवार को दिन में 3 बजे लोहावट से जोधपुर के महामंदिर थाना इलाके में अपने रिश्तेदार के घर पहुंचा था। बीकानेर पुलिस को इसकी जानकारी मिली। टीम रात को करीब 8 बजे वहां पहुंची और घेराबंदी की। देर रात को सुनील घर से बाहर निकला और 100 मीटर की दूरी पर आइसक्रीम के ठेले के पास पहुंचा तो टीम ने उसे पकड़ लिया। पुलिस की टीम लगातार सुनील का पता लगाने में जुटी थी। वह मोबाइल नहीं रखता। लेकिन, अपने दोस्त-रिश्तेदारों के मोबाइल से बातचीत करता रहता था। पुलिस उसके रिश्तेदारों, दोस्तों और अन्य परिचितों पर नजर रखे थी। इससे उसकी जानकारी मिलती रही। सोमवार को पिन प्वाइंट लोकेशन आने पर पुलिस उस तक पहुंच गई।

3 से 4 लाख रुपए में नकल के लिए तैयार किए अभ्यर्थी, दिल्ली से खरीदी विग : सुनील बिश्नोई ने नकल के लिए अभ्यर्थी तैयार किए और उनसे तीन-चार लाख रुपए में डील की। तुलछाराम ने पेपर साल्व कराने का ठेका लिया। दोनों दिल्ली गए और वहां से 15-20 हजार रुपए खर्च अभ्य​िर्थयों के लिए विग और डिवाइस खरीदे। अभ्य​िर्थयों को इन डिवाइस की तकनीक के बारे में समझाया और नकल कराने की तैयारी कर ली। सुनील खुद भी परीक्षार्थी था। उसका सेंटर जोधपुर में था।

नकली विग के साथ कहां, किसे पकड़ा

1. मुरलीसिंह यादव मेमोरियाल प्रिशक्षण संस्थान, उदयरामसर के कमरा नंबर 22 में परीक्षार्थी महेन्द्र कुमार ओझा नकल के लिए सिर पर नकली विग लगाकर पहुंचा। मेटल डिटेक्टर से उसकी जांच की गई तो सिर पर लगी विग उसमें सिम लगा डिवाइस बरामद हो गया। अभ्यर्थी के खिलाफ गंगाशहर थाने में केस दर्ज हुआ था।

2. राजकीय मोहता मूलचंद उच्च माध्यमिक विद्यालय, नत्थूसर गेट में नोखा का रासीसर निवासी पवन कुमार मंडा परीक्षा दे रहा था। चेकिंग में उसके सिर पर नकली विग लगी मिली। विग में सिम लगा डिवाइस था जो कान में लगे ब्लूट्रूथ से कनेक्ट था। उसने 120 में से 65 प्रश्नों के उत्तर कर लिए थे। अभ्यर्थी के खिलाफ नयाशहर पुलिस थाने में केस दर्ज हुआ था।

3.सावित्री देवी प्रशिक्षण संस्थान, उदयरामसर में प्रवेश करते समय मनोज कुमार को चेक किया गया तो कान में ब्लूट्रूथ लगा मिला। सिर पर नकली विग थी जिसमें सिम लगा इलेक्ट्रानिक डिवाइस बरामद हो गया। अभ्यर्थी के खिलाफ गंगाशहर थाने में केस दर्ज किया गया।

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