बीकानेर: सोशल मीडिया पर फर्जी झूठे वीडियो डालने और धमकाने के आरोप, गोवर्धन सिंह पर केस दर्ज
सोशल मीडिया पर फर्जी झूठे वीडियो डालने और धमकाने के आरोप में गोवर्धन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज होते ही पुलिस सक्रिय हो गई। सदर थाने के जांच अधिकारी एसआई अभिषेक ने परिवादी दी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष व विशेष लोक अभियोजक अनिल चौधरी को बयान के लिए बुलाया है। साथ ही वे वीडियो भी मांगे हैं, जिनमें गोवर्धन ने चौधरी पर आरोप लगाया है।
पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि सोशल मीडिया के किस-किस प्लेटफॉर्म पर गोवर्धन ने वीडियो अपलोड किए। चौधरी का कहना है कि जांच अधिकारी से बात हुई है। रविवार या सोमवार को बयान दूंगा। उन्हें धमकियां दिलवाई गई हैं कि अगर गोवर्धन सिंह के खिलाफ दर्ज मुकदमों की पैरवी से नहीं हटा तो परिवार को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
कारतूस बेचे थे तो एक और मामला दर्ज हुआ था
गोवर्धन के खिलाफ दर्ज मामलों में चालान पेश होने के बाद भी बीकानेर जिला प्रशासन ने हथियार का लाइसेंस दे दिया था। इसका खुलासा हुआ तो लाइसेंस निरस्त कर आर्म्स एक्ट में करणी विहार में केस दर्ज किया। गोवर्धन को चित्रकूट थाना पुलिस ने भी एक मामले में गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सामने आया कि गोवर्धन ने पॉइंट 32 बोर के 100 और 12 बोर के 45 कारतूस लाइसेंस निरस्त हो जाने के बाद जमा नहीं करवाए। इनमें से पॉइंट 32 बोर के कुछ कारतूसों हवाई फायर भी कर दिए और पॉइंट 32 बोर व 12 बोर के कुछ कारतूस बेच दिए थे। कुछ अपने पास रख लिए।
अधिवक्ता पंजीयन के लिए फर्जी मोहर लगाई थी
गोवर्धन ने बार कौंसिल अॉफ राजस्थान जोधपुर में अधिवक्ता के पंजीयन के लिए भी फर्जीवाड़ा किया। उसने जो दस्तावेज पेश किए उन पर बीकानेर सैटेलाइट अस्पताल के कनिष्ठ विशेषज्ञ की मुहर लगाई थी। ये जांच में फर्जी मिली तो जोधपुर पूर्व के उदय मंदिर थाने में 25 जून 2022 को कुंदन मल ने मामला दर्ज कराया।
कानूनविद बोले- 27 केसों में चालान, ट्रायल जल्द हो
दी बार एसोसिएशन जयपुर के पूर्व महासचिव संदीप लुहाड़िया, दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सुनील शर्मा, अधिवक्ता जवाहर चौधरी, डॉ. अंबेडकर एडवोकेट वेलफेयर सोसायटी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महावीर जिंदल, अधिवक्ता हितेश कुमार व राजेन्द्र सिंह का कहना है कि ऐसे आरोपी पर सरकार व पुलिस को सख्ती बरतनी चाहिए। जिन केसों में एफआर लग गई है, उन्हें री-ओपन करवाया जाना चाहिए।
यदि सशर्त जमानत की शर्तों का उल्लंघन हुआ है तो जमानत को रद्द करने की कार्रवाई भी होना चाहिए। विशेष लोक अभियोजक अनिल चौधरी का कहना है कि गोवर्धन सिंह के खिलाफ पॉक्सो, आर्म्स एक्ट, ब्लैकमेलिंग व लोगों को धमकाने के 8 केस दर्ज हैं। इन केसों में जल्द ही ट्रायल पूरा कर फैसले होंगे।
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