बीकानेर: ज्वैलर्स में साथ बंदूक की नोक पर लूट का मामला, स्कूटी ने खोल दिया राज, तीन थानेदारों की मेहनत ने मास्टरमाइंड सहित 7 को किया गिरफ्तार
बीकानेर के चौखूंटी थाना क्षेत्र में हुई लूट में एक-दो नहीं बल्कि सात युवकों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया था। लूटपाट करते हुए भागे ये युवक मौके पर अपनी स्कूटी छोड़ गए थे। इसी स्कूटी के दम पर पुलिस ने महज दस-बारह घंटे में पहले आरोपी को दबोच लिया और इसके बाद महज 18 घंटे में सभी सात युवकों को गिरफ्तार कर लिया। मौके पर तो तीन ही युवकों ने लूट की थी लेकिन इसकी साजिश रचने वाले चार अन्य युवकों को दबोच लिया गया था।
बीकानेर एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया- लूट की घटना को राकेश जाट, मनोज जाट और दिनेश बिश्नोई ने मिलकर अंजाम दिया था। कुल सात लोगों ने मिलकर लूट का ये काम किया था। राकेश, मनोज ओर दिनेश ने जहां लूट की घटना को अंजाम दिया। वहीं लक्ष्मीनारायण सोनी, नारायण सोनी, विवेक सोनी के साथ ही शेख अमिरुल हुसैन ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। शेख अमिरुल हुसैन ने रैकी की थी। वहीं नारायण सोनी, विवेक सोनी और लक्ष्मीनारायण सोनी ने इस लूट की प्लानिंग की थी। लक्ष्मीनारायण सोनी का इमरान के साथ मार्केट में कॉम्पिटिशन था। दोनों की दुकान आसपास ही है। पिछले कुछ दिनों से परिवादी इमरान का काम अच्छा चल रहा था।
लूट के लिए किराए पर लिए
एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि लक्ष्मीनारायण सोनी ने राकेश, मनोज और दिनेश को किराए पर लिया था। इन लोगों को लूट की जिम्मेदारी दी गई। इनके बीच में किसी तरह की डील हुई थी। लक्ष्मीनारायण और नारायण सोनी दोनों मामा भांजे हैं।
स्कूटी से खुल गया राज
इस चोरी का राज उस स्कूटी के कारण खुल पाया, जिस पर लूट करने के लिए तीनों युवक आए थे। ये स्कूटी नई थी। ऐसे में स्कूटी बेचने वाले एजेंसी से संपर्क किया गया। उससे सारी डिटेल लेने के बाद मेघासर गांव से युवकों सबसे पहले पकड़ा गया। इसके बाद आगे से आगे पीछा करते हुए गिरफ्तारी कर ली गई। लक्ष्मी नारायण सोनी मेघासर गांव का रहने वाला है। ये लूट के बाद सीधे मेघासर ही भागे थे। पुलिस स्कूटी वाली एजेंसी से पता मिलने के बाद तुरंत मेघासर पहुंच गई। ऐसे में ये आगे नहीं निकल पाए। बाद में एक के बाद एक जने को गिरफ्तार कर लिया गया।
दो का क्रिमिनल रिकार्ड
गिरफ्तार हुए सात जनों में दो का क्रिमिनल रिकार्ड है। एसपी तेजस्वनी ने बताया कि शेष चार जनों की छवि भी कोई अच्छी नहीं बताई जा रही है। क्रिमिनल रिकार्ड दोनों का एकत्र करवाया जा रहा है।
बरामदगी अभी तक नहीं हुई
इस पूरे मामले में सात सौ ग्राम सोने और करीब पच्चीस किलो चांदी की बरामदगी अब तक नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी जल्दी हो गई, ऐसे में लूटे गए माल को खुर्द बुर्द नहीं किया जा सका है। जितनी लूट हुई है, उतना ही बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने सातों युवकों को रिमांड पर लिया है।
तीन थानेदारों की मेहनत
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस पूरे मामले के खुलासे में नयाशहर थाने के अलावा कोटगेट थानाधिकारी मनोज शर्मा, मुक्ता प्रसाद नगर थानाधिकारी धीरेंद्र सिंह शेखावत और कोतवाली थानाधिकारी परमेश्वर सुथार की विशेष भूमिका रही।
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