बीकानेर की बेटियों ने दिखाया कमाल, 60 साल बाद राजस्थान को मिली ट्रॉफी
बीकानेर@ राजस्थान ने 60 वर्षों में अपना पहला राष्ट्रीय स्तरीय महिला अंडर-17 फुटबॉल खिताब जीता है। शुक्रवार, 9 अगस्त को जूनियर गर्ल्स नेशनल फुटबॉल चैंपियनशिप 2024-25 के फाइनल में बेलगाम (कर्नाटक) में मेज़बान कर्नाटक को 3-1 से हराया। इस फुटबॉल टीम की खास बात है कि इसमें शामिल 22 खिलाड़ियों में से 12 खिलाड़ी नोखा कस्बे के एक छोटे से गांव ढींगसरी की रहने वाली हैं।
60 साल बाद मिली ट्रॉफी
राजस्थान ने आखिरी बार 1964 में अजमेर में डॉ. बीसी रॉय ट्रॉफी के लिए जूनियर बॉयज़ नेशनल फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में असम को हराकर ट्रॉफी जीती थी।
ऐसा रहा आज का मैच
मैच की शुरुआत में कर्नाटक को थोड़ी बढ़त थी, लेकिन 23वें मिनट में राजस्थान ने बढ़त बना ली जब स्ट्राइकर मंजू कंवर ने एक सटीक वॉली से गोल किया, जिसका कर्नाटक की गोलकीपर प्रयुक्ता आर्या के पास कोई जवाब नहीं था।
दूसरा गोल 36वें मिनट में मंजू कंवर ने फ्री-किक किया, जो गोलकीपर के सिर के ऊपर से होते हुए सीधे गोल में चली गई, जिससे राजस्थान ने अपनी बढ़त को और मजबूत कर लिया। इस कड़े मुकाबले में, मंजू कंवर के शानदार वॉली और कप्तान संजू कंवर द्वारा दो बेहतरीन फ्री-किक से राजस्थान ने कर्नाटक के खिलाफ तीन गोल किए और जीत हासिल की।
नोखा के पूर्व विधायक बिहारी लाल ने बताया- राजस्थान टीम में खेल रही सभी बेटियां 'मगनसिंह राजवी फुटबॉल क्लब, ढ़ीगसरी नोखा से ट्रेनिंग लेती हैं। इनको भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान, अर्जुन अवार्डी गौरव मगन सिंह राजवी कोच करते हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार यह गौरवमयी और एतिहासिक क्षण आया है। जब राजस्थान की कोई महिला टीम फाइनल में विजेता हुई है। इस ऐतिहासिक जीत के लिए कोच और उनके सहयोगियों के साथ खिलाड़ियों को बधाई।
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