बीकानेर@ सोशल मीडिया पर मशहूर बीकानेर की शेरनी सलाखों के पीछे पहुंच गईं। बीकानेर की शेरनी कौन हैं ? सलाखों के पीछे क्यों पहुंच गईं? यह भी आपको बताएंगे, मगर उससे पहले यह जानना बेहद जरुरी है कि पुलिस अब अपराध वृति वाले लोगों के ठिकानों पर दबिश ही नहीं देती, बल्कि ऐसे लोगों के वर्चुअल ठिकानों का भी पता रखती है। बीकानेर में इसका ताजा उदाहरण सामने आया है।
बीकानेर पुलिस ने हाल ही में सोशल मीडिया पर नशे का प्रचार करने वाली दो युवतियों के वायरल वीडियो के बाद महत्वपूर्ण कार्रवाई की। इस वीडियो के बाद युवतियों ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उनसे जबरदस्ती वीडियो बनवाया और उन्हें धमकाया। इस पर बीकानेर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसपी) तेजस्विनी गौतम ने आज एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया।
बीकानेर की एसपी तेजस्विनी गौतम ने कहा कि बीकानेर एक बॉर्डर क्षेत्र है जहां नशे की तस्करी और उसके मामलों का आना एक सामान्य बात है। पुलिस की ओर से इस मुद्दे पर लगातार कड़ी निगरानी रखी जा रही है और नशे के मामलों पर कठोर कार्रवाई की जा रही है ताकि आम जनमानस इन खतरनाक आदतों से दूर रह सके। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा चलाए जा रहे सावधान अभियान के तहत सोशल मीडिया के माध्यम से नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है और नशे की सामग्री या नशे के प्रचार को लेकर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
नशे के प्रचार के आरोप में गिरफ्तारी
बीकानेर की JNVC थाना पुलिस ने दो लड़कियों को पकड़ा है। इन पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नशीले पदार्थ के प्रचार का आरोप है। इन दोनों तक पुलिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर रखते हुए ही पहुंची और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। अब दोनों लड़कियां पुलिस के सामने भीगी बिल्ली बनती नजर आ रही हैं।
बीकानेरी शेरनी नाम से था सोशल मीडिया अकाउंट !
पुलिस ने जिन दो लड़कियों को पकड़ा है, इनका बीकानेर की शेरनी नाम का सोशल मीडिया अकाउंट है। इन लड़कियों ने अफीम के साथ मोबाइल रील बनाकर शेयर की थी। यह मोबाइल रील वायरल हो गई। पुलिस की भी इस पोस्ट पर नजर पड़ी। इसके बाद पुलिस ने पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया।
JNVC थाना पुलिस कर रही मामले की जांच
पुलिस ने नशीले पदार्थ का रील बनाकर मोबाइल पर प्रचार करने के आरोप में दोनों लड़कियों को पकड़ा है। दोनों सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव बताई जा रही हैं। इनके पास से डोडा बरामद होने की बात भी सामने आई है। थानाधिकारी सुरेंद्र पचार की टीम की इस कार्रवाई के बाद पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है।
एसपी गौतम ने इस मुद्दे पर स्पष्ट किया कि यदि कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर नशीले पदार्थों या हथियारों का प्रदर्शन करते हुए वीडियो बनाता है, तो पुलिस उस पर कार्रवाई करेगी। उन्होंने बीकानेर के नागरिकों से अपील की कि वे ऐसे लोगों को महत्व न दें जो नशे और हिंसा का प्रचार करते हैं और सोशल मीडिया पर अनर्गल प्रचार करने वालों का बहिष्कार करें।
तेजस्विनी गौतम ने कहा, हमारे समाज में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाना और इसे नियंत्रित करना हमारी प्राथमिकता है। हमें इस मुद्दे के प्रति सजग रहना चाहिए और किसी भी प्रकार की गलत गतिविधियों का समर्थन नहीं करना चाहिए। सोशल मीडिया के माध्यम से जो भी नशे का प्रचार कर रहे हैं, उन्हें हम पूरी तरह से नजर में रख रहे हैं और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बीकानेर वासियों से अनुरोध किया कि वे पुलिस के प्रयासों में सहयोग दें और नशे की प्रवृत्तियों का विरोध करें। उनका यह बयान न केवल पुलिस की कड़ी निगरानी और सक्रियता को दर्शाता है, बल्कि समाज में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
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