बीकानेर में दुष्ट बाप ने मासूम बेटे को मौत के घाट उतारा,तो बुआ ने बिन माँ बाप की भतीजी को चिमटे से दागा
बीकानेर में शनिवार को हुए दो जघन्य अपराध जिसमे एक बुआ ने अपनी भतीजी को चिमटे से दागा तो एक दुष्ट बाप ने अपने मासूम बेटे को निर्दयता से मौत के घाट उतारा। करणी औद्योगिक क्षेत्र में हुए इस हत्याकांड में पुलिस ने आरजी इण्डस्ट्रिज के बिहारी श्रमिक को हिरासत में ले लिया है,जिसने अपने डेढ साल के मासूम बच्चे की छाती पर लात मारकर उसे मौत के घाट उतार दिया। फैक्ट्री के सामने पार्क में हुई इस वारदात में अचेत हुए मासूम जीतू को पीबीएम होस्पीटल के ट्रोमा सेंटर पहुंचाया गया जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने हत्या के आरोपी धीरज को हिरासत में ले लिया है। बताया जाता है कि आरोपी धीरज अपराधिक प्रवृति शख्स है,लेकिन फैक्ट्री मालिक ने उसे नौकरी पर रखने से पहले पुलिस वैरिफिकेशन भी नहीं कराया था। ऐसे में पुलिस ने इस मामले में फैक्ट्री मालिक महेश मूंधडा को थाने में तलब किया है। हालांकि संगीन हालातों में हुए इस हत्याकांड की सच्चाई अभी सामने नहीं आई है,मगर माना जा रहा है कि आरोपी धीरज सनकी और शकी मिजाज का है। जिसने शक के चलते अपने मासूम बेटे की जान ले ली। फिलहाल पुलिस भी इस मामले में किसी प्रकार की जानकारी देने से इंकार कर रही है।
दूसरे मामले में 9 साल की भतीजी को उसकी बुआ ने चिमटे से जला दिया। बच्ची माता-पिता की मौत के बाद बुआ के पास रह रही थी। शनिवार को उसे स्कूल में बैठने में दिक्कत हो रही थी, टीचर ने बच्ची से पूछा तो उसने घटना के बारे में जानकारी दी और घर जाने से मना कर दिया। बच्ची ने बताया कि उसकी बुआ पिछले 2 माह से उसके साथ टॉर्चर कर रही थी। स्कूल स्टाफ ने चाइल्ड हेल्पलाइन पर कॉल किया। इसके बाद से मासूम को नारी निकेतन में रखा गया है।
चौथी क्लास में पढ़ती है बच्ची
लूणकरणसर थानाधिकारी गणेश विश्नोई ने बताया- राजकीय विद्यालय की प्रधानाचार्या की रिपोर्ट पर बुआ के खिलाफ मामला दर्ज किया है। थानाधिकारी ने बताया कि बच्ची की उम्र 9 वर्ष है और लूणकरणसर के एक स्कूल में चौथी क्लास में पढ़ती है। उन्होंने बताया कि बच्ची का मेडिकल करवाया गया है। पुलिस ने बच्ची को नारी निकेतन भेज दिया है।
ठीक से बैठ नहीं पा रही थी
उन्होंने बताया- माता-पिता की मौत के बाद से बच्ची अपनी बुआ के पास रह रही थी। जानकारी के अनुसार, उसके दादा-दादी भी असहाय हैं। बताया गया कि बुआ ने आते ही मासूम से घरेलू कार्य करवाना और मारपीट करनी शुरू कर दी थी। रिपोर्ट में बताया- बुआ ने उसे शरीर पर जगह-जगह गर्म चिपटे से दाग दिया। बच्ची ने टीचर को यह भी बताया कि उसे खाना भी नहीं दिया जाता है। इसके बाद शनिवार को बच्ची ठीक से बैठ नहीं पा रही थी। ऐसे में जब टीचर ने उससे पूछा तो मासूम ने रोते हुए पूरी कहानी बता दी और घर जाने से मना कर दिया।
चाइल्ड हेल्पलाइन से मांगी मदद
विद्यालय स्टाफ ने कस्बे के विद्यालय विकास समिति सदस्य विनोद चोपड़ा, महिपाल सिंह राठौड़ व राजाराम धतरवाल सहित जनप्रतिनिधियों को घटना बताई तथा उसके बाद चाइल्ड हेल्प लाईन 1098 पर सूचना दी गई। चाइल्ड हेल्पलाइन से बबीता व्यास ने पहुंचकर बच्ची से पूछताछ की और पुलिस व नारी निकेतन को सूचना दी गई।
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