बीकानेर को मिल सकती है नई रेल की सौगात, जुड़ेगा ये शहर कई बड़े शहरों से
अनूपगढ़। रेलवे बोर्ड की 93वीं परियोजना मूल्यांकन समिति की 28 अगस्त को प्रस्तावित बैठक में विभिन्न मुद्दों सहित अनूपगढ़ से बीकानेर के बीच नई रेल लाइन परियोजना पर महत्वपूर्ण चर्चा होने जा रही है। यह बैठक सुबह 11 बजे रेलवे बोर्ड के गातिशक्ति समिति कक्ष (कक्ष संख्या 313) में आयोजित की जाएगी, जहां रेलवे की विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी।
जानकारी के अनुसार अनूपगढ़ से बीकानेर के बीच 131.750 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन का प्रस्ताव इस बैठक में शामिल किया गया है। इसके अलावा रोजड़ी से खाजूवाला तक 54.875 किलोमीटर लंबी स्पर लाइन का प्रस्ताव भी इस बैठक का हिस्सा होगा।
अनूपगढ़ रेल विकास समिति के अध्यक्ष रमेश शेवकानी ने बताया कि अनूपगढ़ से बीकानेर रेल लाइन की मांग काफी वर्षों से क्षेत्र के लोग कर रहे है, लेकिन बार बार सर्वे होने के बाद भी यह परियोजना सिरे नहीं चढ़ पा रही हैं। अनूपगढ़ से बीकानेर के बीच रेल लाइन का होना क्षेत्र के लिए बहुत ही बड़ी आवश्यकता है। इस रेल लाइन के बिछने से अनूपगढ़ देश के कई बड़े शहरों से जुड़ जाएगा।
उन्होंने बताया कि रेल विकास समिति की तरफ से अनेक मांगों को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे है। यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगी बल्कि व्यापार और यातायात के लिहाज से भी महत्वपूर्ण साबित होगी। बैठक में इस प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा की जाएगी और इसे आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक कदमों पर विचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अनूपगढ़ बीकानेर रेल लाइन का फाइनल सर्वे हो चुका है। इस बैठक में अनूपगढ़-बीकानेर रेल लाइन के अलावा, कई अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर भी चर्चा की होगी।
रेल विकास समिति के प्रवक्ता ओम चुघ ने कहा कि अनूपगढ़ से बीकानेर रेल लाइन की प्रस्तावित परियोजना से न केवल स्थानीय क्षेत्र के लोगों को लाभ होगा, बल्कि यह देश के इस महत्वपूर्ण हिस्से में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी प्रोत्साहित करेगी। रेलवे बोर्ड की यह बैठक अनूपगढ़ क्षेत्र की उम्मीदों को नई दिशा देने में सहायक साबित हो सकती है। गौरतलब है कि अनूपगढ़ बीकानेर रेल लाइन के गत वर्ष रेलवे की तरफ से फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए 4.62 लाख मंजूर किए थे। रेलवे की तरफ से आगामी कार्रवाई का अभी इंतजार है, इस बैठक को रेल विकास समिति सहित क्षेत्र के लोग सकारात्मक दृष्टि से देख रहे है।
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