गणेश चतुर्थी की धूमः 'गणपति बप्पा मोरया" जयघोष के साथ
गंगाशहर, जूनागढ़, जोशिवाड़ा सहित अन्य मंदिरों में लगा मोदक का भोग
बीकानेर@ गणेश चतुर्थी पर बीकानेर में सुबह से उत्सह का माहौल बना हुआ है। अभी रात तक मंदिरों में पूजन और दर्शन का सिलसिला चलने वाला है। सबसे ज्यादा भक्त बड़ा गणेश मंदिर और जूनागढ़ स्थित गणेश मंदिर में देखने को मिल रही है। दोनों ही मंदिरों के आगे मेले जैसा माहौल रहता है। हालांकि शहर में शायद ही कोई गणेश मंदिर होगा, जहां भीड़ ना रही हो। वहीं इको फ्रेंडली मिट्टी के गणेश मूर्ति लेने का असर भी देखने को मिला। बड़ी संख्या में लोगों ने मिट्टी के गणेश बनाकर उसकी पूजा कर रहे है।
नत्थूसर गेट स्थित बड़ा गणेश मंदिर में सुबह से विशेष पूजन और शृंगार चल रहा है। सैकड़ों साल पुराने इस मंदिर में शहरभर से लोग दर्शन के लिए आते हैं। लंबे-चौड़े इस मंदिर परिसर में शाम तक पैर रखने को जगह नहीं होती। मंदिर के बाहर खाली मैदान पर भी भारी भीड़ एकत्र हो गई। बड़ा गणेश मंदिर में गणेशजी का विशेष शृंगार किया गया। मोदक के साथ भोग लगाया। इसी तरह जूनागढ़ स्थित गणेश मंदिर में भी सुबह से शाम तक भारी भीड़ रही। जूनागढ़ के अंदर आज वाहनों की आवाजाही बंद रही। दर्शन करने वालों की कतार दूर तक लगी रही। जूनागढ़ मंदिर में आरती के समय बड़ा भक्तिमय माहौल देखने को मिला।
गंगाशहर में भक्तों ने की विशेष पूजा
नई लाईन गंगाशहर स्थिति रिद्धि सिद्धि गणेश मन्दिर,हनुमानजी मंदिर में गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया गया।
पुजारी नारायण महाराज व भेरूरतन पंचारिया द्वारा अभिषेक कर पूजा अर्चनाकर,आरती के बाद देश में सुख समृद्धि की मनोकामना पूर्ण कर प्रसाद वितरण किया गया। पूजा अर्चना के दौरान नेमीचंद पंचारिया, शिवदयाल बच्छ, श्याम पंचारिया, जुगल बच्छ, दिलीप पंचारिया, शिव बच्छ, पुखराज उपाध्याय, शिवशंकर उपाध्याय, दिनेश जोशी, मनोज सुरावत व मोहल्ले के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
जोशीवाडा के हनुमान मंदिर में90 वा दस दिवसीय गणेश महोत्सव पूजा के साथ शुरू
जोशीवाडा के हनुमान मंदिर में आज से 90वां गणेश महोत्सव का आरंभ दोपहर पूजन आरती के साथ शुरू हुआ।
गणेश महोत्सव कार्यक्रम से जुड़े रामेश्वर जोशी एवं रमेश आचार्य ने बताया कि आज प्रथम दिन राजेन्द्र जोशी ने सपत्नीक पूजा करवाई। इस अवसर पर मौहल्ले के गणमान्य लोग एवं पूर्व पार्षद एवं हनुमान ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रेम रत्न जोशी, गौरी शंकर व्यास, अशोक थानवी, रविन्द्र जोशी, दिनेश आचार्य, हरि किशन जोशी सहित धर्मपरायण महिलाए भी उपस्थित थीं।महाराष्ट्र की तर्ज पर सबसे पहले बीकानेर में गणेश महोत्सव की शुरुआत जोशी वाड़ा मे हुई।उस समय इसकी स्थापना राजस्थान के पूर्व ला सेकेट्री एवं जोशी वाड़ा निवासी दुर्गा शंकर आचार्य के साथ मौहल्ले के मौजिज लोगों द्वारा की गई।जो आज भी अनवरत जारी है। गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक प्रतिदिन सुबह शाम आरती एवं भजन संध्या का आयोजन होगा।
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