छतरगढ़ थाना इलाके के भानसर गांव में तीन व्यक्तियों को ग्रामीणों ने पकड़ा। आरोप है कि यह लोग अवैध शराब के साथ पकड़े गए हैं। इनके साथ मारपीट भी हुई। पुलिस को इत्तला मिली। पुलिस मौके पर गई। पुलिस को तीन लोग घायल हालत में मिले। एक कार भी मिली, जिसमें शराब की पेटियां रखी थीं। पुलिस ने कार व शराब की पेटियों को जब्त कर लिया ।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. प्यारेलाल शिवरान के मुताबिक, शुक्रवार रात करीब सवा 12 बजे ग्रामीणों ने सूचना दी कि भानसर गांव में दो-तीन व्यक्तियों को अवैध शराब के साथ पकड़ रखा था। इस पर थाने से हवलदार महेन्द्र सिंह, सिपाही आलोक, सुनील कुमार, कृष्णलाल एवं पवनकुमार वहां पहुंचे। भानसर गांव से करीब एक किलोमीटर पहले एक कार खड़ी थी, जिसके पास तीन व्यक्तियों को ग्रामीणों ने बैठा रखा था। कार के शीशे क्षतिग्रस्त थे और 12 कार्टन रखे हुए थे। पूछताछ करने पर उन्होंने भवानीसिंह, विक्रम सिंह, गौरव तीन-चार अन्य व्यक्तियों का नाम लिया, जिन्होंने उनके साथ मारपीट की इनमें से लूणाराम नाम के आदमी का पैर टूटा हुआ था और नाक से खून निकल रहा था। पुलिस ने तीनों को छतरगढ़ अस्पताल पहुंचाया, जहां से लूणाराम की स्थिति नाजुक होने के कारण उसे पीबीएम अस्पताल रैफर कर दिया।परिवादी महेन्द्र कुमार से पूछताछ करने पर पता चला कि विक्रमसिंह व भवानीसिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट की। आरोपियों ने शराब के कार्टन उनकी कार में रखे और पुलिस को इत्तला दी। पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है कि शराब के कार्टन आरोपियों ने रखे थे या परिवादी व अपने साथ लेकर आ रहे थे।
शराब ठेकों के क्षेत्र को लेकर पहले से विवाद
एएसपी डॉ. शिवरान ने बताया कि छतरगढ़ थाने इलाके में भानेसर गांव है। ईमीचंद का ननिहाल भानेसर गांव में है। ईमीचंद का अनूपगढ़ थाना क्षेत्र में ठेका है। भानेसर में किसी अन्य व्यक्ति का ठेका है। भानेसर गांव के ठेकेदार को शक था कि ईमीचंद वहां की शराब गांव में अवैध तरीके से बेच रहा है। शुक्रवार रात को ईमीचंद, महेन्द्र आ रहे थे। इसी दौरान सेवानिवृत पुलिस निरीक्षक लूणाराम बावरी मिला, जिसकी कार में सवार होकर यह लोग रवाना हो गए। इसी दरम्यान ईमीचंद के पास आरोपी भवानीसिंह का फोन आया और आपस में तू-तू मैं हो गई। भानेसर से एक किलोमीटर पहले आरोपी भवानीसिंह, विक्रम सिंह अपने साथियों के साथ पहुंचे। आरोपियों ने तीनों को कार से नीचे उतार कर मारपीट की, जिसमें लूणाराम बावरी का पैर टूट गया। ईमीचंद के भी चोटें आई।
एएसपी डॉ. शिवरान ने बताया कि कार सवार लूणाराम बावरी, ईमीचंद व महेन्द्र के साथ हुए घटनाक्रम की पुलिस जांच पड़ताल की, तो हकीकत पता चली। आरोपियों ने खुद ने पहले इन तीनों के साथ मारपीट की और बाद में खुद ने ही इनकी कार में अपने ठेके के शराब के कार्टन कार में रख दिए और इन्हें फंसाने के लिए पुलिस को झूठी इत्तला दी। पुलिस अब मामलों की जांच पड़ताल कर रही है।
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