बीकानेर@ बारिश के बाद से ही पुराने भवनों, घरों और इमारतों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। आज राजकीय डूंगर कॉलेज के विज्ञान कक्ष की दीवार गिर गई। गनीमत रही, इस दौरान छत के नीचे कोई नहीं था। विद्यार्थियों ने रोष जताते हुए कहा है कि पूरा भवन ही जर्जर हो रहा है। कॉलेज प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है।
इस वजह से आज एक छत गिर गई। बताया जा रहा है कि जिस कक्ष की छत गिरी है, उसमें भी परीक्षाएं कराई जा रही है। घटना की जानकारी मिलने पर कई छात्र हेलमेट पहनकर कॉलेज पहुंचे। छात्रों ने विज्ञान भवन कक्ष में परीक्षाएं नहीं कराने का आग्रह किया है। इस मौके पर एनएसयूआई के ज़िलाध्यक्ष कृष्ण कुमार गोदारा व छात्रसंघ अध्यक्ष हरीराम गोदारा ने कॉलेज प्रशासन पर रोष जताया। साथ ही कहा कि पूरा कॉलेज भवन ही जर्जर हालात में है, ऐसे में विज्ञान कक्षा में परीक्षा नहीं करानी चाहिए। कभी बड़ा हादसा हो सकता है।
सरकारी स्कूल छत गिरी, बच्चों को मामूली चोटें आई
हिम्मतसर गांव के सरकारी स्कूल के एक कमरे की छत मंगलवार को अचानक नीचे गिर गई। ये छत बरामदे की थी, ऐसे में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे बाल-बाल बच गए। हादसे में इक्का-दुक्का बच्चों के मामूली चोट आई हैं, जिन्हें सरकारी अस्पताल में दिखाया गया।
हिम्मतसर गांव में मंगलवार सुबह सरकारी स्कूल के क्लास रूम की पटि्टयां अचानक गिर गई। इस समय स्टूडेंट्स अपनी-अपनी क्लास में थे। इस क्लास में कोई नहीं था। पटि्टयों में दरार के कारण इस क्लास रूम का उपयोग नहीं लिया जा रहा था। जोर से धमाका होते ही इन बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। स्कूल के बरामदे की पटि्टयां टूटी हैं तो कुछ कमरों की पटि्टयां भी टूटने के कगार पर हैं। इन पटि्टयों में दरारें हैं। जो कभी भी टूटकर गिर सकती हैं। पिछले कुछ समय से स्कूल प्रबंधन स्टूडेंट्स को इस बरामदे से दूर रखे हुए थे। घटना की जानकारी मिलने के साथ ही सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश स्कूल पहुंचे।
इस स्कूल के भवन का निर्माण कुछ साल पहले भामाशाह ने करवाया था। इसके बाद से शिक्षा विभाग इसकी देखरेख नहीं कर पा रहा। टूट-फूट भी सही नहीं हो रही। ऐसे में स्कूल जगह-जगह से जीर्ण-शीर्ण हो रही है। सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश ने जल्द ही स्कूल के लिए भवन निर्माण का आश्वासन दिया। भामाशाहों की मदद से पुराने भवन की मरम्मत करवाने के साथ ही नए कक्षा कक्ष बनाने का आश्वासन दिया गया है।
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