बीकानेर में एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। देशनोक से बीकानेर लौटते समय एक कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे वे उछलकर गिरे और उनकी मौत हो गई।
मृतकों के परिजनों ने मुआवजे और कार ड्राइवर की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए हैं। उन्होंने मॉर्च्यूरी पर शव लेने से इनकार कर दिया और धरने पर बैठ गए। प्रशासन ने बातचीत की, लेकिन अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है। मृतकों के परिजन 21-21 लाख रुपये के मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इस बीच, कार चालक की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मामला अभी भी विवादित है।
कार की टक्कर से उछल कर गिरे थे
शनिवार की शाम देशनोक से बीकानेर आते हुए राजकुमार सोनी और मेघराज सोनी नामक दो युवकों की मौत हो गई थी। ये दोनों देशनोक से दर्शन करके बाइक पर वापस लौट रहे थे। इसी दौरान सामने से आ रही एक कार ने इन दोनों को टक्कर मार दी। कार इतनी तेज थी कि दोनों बाइक से काफी दूर जाकर गिरे। राहगीरों ने इनको पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया। मृतक राजकुमार पुत्र शंकरलाल और मेघराज पुत्र सुखराम सोनी की मौत हुई है। दोनों चौपड़ा बाड़ी गंगाशहर के रहने वाले थे।
परिजनों ने की मुआवजे की मांग
हादसे के बाद दोनों के शव मॉच्र्युरी में रख दिए गए, जहां रविवार सुबह पोस्टमॉर्टम शुरू हुआ। इस बीच परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया। अध्यक्ष मनीष लांबा के नेतृत्व में गंगाशहर के लोग धरने पर बैठ गए। प्रशासन ने इनसे बातचीत भी कि लेकिन शव लेने के लिए तैयार नहीं हुए। पार्षद रामदयाल पंचारिया ने बताया कि राजकुमार के छोटे-छोटे बच्चे हैं। दोनों मृतकों के परिजनों को 21-21 लाख रुपए का मुआवजा प्रशासन की ओर से दिया जाना चाहिए। अब तक कार चालक की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मनीष लांबा,मेघराज मौसूण,शिवनारायण मौसूण,राधेश्याम मौसूण,नारायण मांडण,मुरलीधर मौसूण,गणपत नोखड़ा और गणेश भूंण उर्फ प्रधान आदि धरने पर बैठे है।
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