दो बदमाशों ने 16 साल की नाबालिग लड़की से इंस्टाग्राम आईडी पर दोस्ती की। उसका वीडियो बनाया और ब्लैकमेल कर घरवालों से 50 हजार रुपए मांगे। बदमाशों ने वीडियो वायरल भी कर दिया।
बीकानेर शहर में रहने वाली नाबालिग इंस्टाग्राम आईडी चलाती है। उसकी आईडी पर अंश नाम के युवक ने फ्रेंडशिप का प्रस्ताव रखा। युवती ने उसे स्वीकार कर लिया और बातचीत होने लगी। इस दौरान उसका एक दोस्त हार्दिक बिस्ट भी उनसे जुड़ा और बातचीत करने लगा।
आपस में वीडियो कॉलिंग हुई जिसका उसने वीडियो बना लिया और युवती की फोटो भी ले ली। वीडियो, फोटो एडिट कर दी गई और युवती को दिखाई तो उसने बात करना बंद कर दिया। बदमाश युवकों ने वीडियो वायरल कर दिया। युवती के माता-पिता को एक बार दिखाई देने की तकनीक से वीडियो भेजा। बाद में युवती के पिता को ब्लैकमेल कर 50 हजार रुपए मांगे। परिजन आईजी ओमप्रकाश के पास पहुंचे और शिकायत की। उनके निर्देश पर साइबर पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच एसएचओ गोविन्द व्यास करेंगे।
युवती की स्नैपचेट आईडी इस्तेमाल कर उसके नाम से दोस्तों, रिश्तेदारों को भी मैसेज किए
युवती से इंस्टाग्राम पर दोस्ती करने वाले अंश ने उसकी स्नैपचैट आईडी को पहले से ही अपने पास रख लिया था। उस आईडी के जरिये युवती बनकर उसके नाम से दोस्तों, रिश्तेदारों को मैसेज भेजे। बाद में युवती की माता के ई-मेल आईडी पर भी मैसेज भेजने लगा। पीड़िता के पिता ने युवक के भेजे मैसेज और व्हाट्सअप पर आए मैसेज पुलिस को सौंपे हैं।
पुलिस ने कटवाए चक्कर
पीड़ित पक्ष को आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने में थानों के चक्कर काटने पड़े। पीड़िता के पिता ने सबसे पहले मुक्ताप्रसाद पुलिस थाने में रिपोर्ट दी तो वहां साइबर अपराध बताते हुए साइबर पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए कहा गया। साइबर थाने गए तो कहा गया कि अंजान व्यक्ति द्वारा अपराध किए जाने पर संबंधित पुलिस थाने में ही दर्ज होगा। आग्रह करने पर इंस्टाग्राम आईडी हटाने की अर्जी ली और उसे हटा दिया।
पीड़ित वापस मुक्ताप्रसाद थाने पर गए तो उन्होंने यह कहकर रिपोर्ट लेने से मना कर दिया कि मामला साइबर क्राइम का बनता है। इसके अलावा सलाह दे डाली कि आपके जिस नंबर पर कॉल और मैसेज आते हैं, उसे बंद कर नए नंबर ले लो। पुलिस थानों के चक्कर काटने से परेशान पीड़ित पक्ष आईजी के पास पहुंचा तो साइबर पुलिस थाने में केस दर्ज हुआ।
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