'शुद्ध आहार-मिलावट पर वार' अभियान के तहत गुरुवार को हुई कार्यवाही
बीकानेर,10 अक्टूबर। त्योहारों का सीजन चल रहा हैं और त्योहारों की असली खुशी अपनों को मिठाई खिलाकर ही होती हैं लेकिन ये मिठाइयां अगर मिलावटी होती हैं . मिलावटी मिठाइयां सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं क्योंकि आप जिन मिठाइयों को दूध, मावे और ड्राई फ्रूट्स से बना सोचते हैं, उसमें मिलावट खोर आरारोट, टेलकम पाउडर और एस्बेस्टस पाउडर आदि चीजें डालकर मिठाइयां तैयार करते हैं. यह मिलावटी मिठाइयां लोगों की सेहत के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है, इसलिए आप इनकी पहचान करना जरूरी है. फेस्टिव सीजन को देखते हुए खाद्य संरक्षण विभाग भी अब अलर्ट हो गया है.
दिवाली के मद्देनजर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत गुरुवार को भी कार्यवाहियां हुई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि रोशनी घर चौराहे पर लक्ष्मीपति मावा भंडार, गणपति मावा भंडार, रिद्धि सिद्धि मावा भंडार से मावा के 4 सैंपल, जयपुर रोड संदीपा स्वीट्स, श्री बजरंग मिष्ठान भंडार एंड मिठाई के 4 सैंपल लिए गए। संदीपा स्वीट्स से दूषित मिठाई व नमकीन, क्रीम 30 किलो जनहित मे नष्ट करवाई गई। कुल 8 नमूने लिए गए। संस्थानों को साफ सफाई रखने, फूड लाइसेंस डिसप्ले करने, फूड हैंडलर्स का मेडिकल करवाने, पेस्ट कंट्रोल करवाने के निर्देश प्रदान किए गए। लिए गए नमूनों को जांच हेतु जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला भिजवाया जाएगा। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत नियम अनुसार कार्यवाही की जाएगी। यह कार्यवाही खाद्य सुरक्षा अधिकारी भानू प्रताप सिंह, सुरेंद्र कुमार, श्रवण कुमार वर्मा तथा राकेश कुमार गोदारा द्वारा की गई।
दीपावली के दौरान आमजन को मिलेगी शुद्ध और मिलावटहीन खाद्य सामग्री
मुख्यमंत्री के निर्देशों की अनुपालना में विशेष अभियान शुरू
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के स्पष्ट निर्देश हैं कि दीपावली के दौरान प्रत्येक प्रदेशवासी को शुद्ध और मिलावटहीन खाद्य सामग्री मिले। इसके मद्देनजर सरकार द्वारा राज्य से लेकर ग्राम स्तर तक दीपावली विशेष अभियान चलाया जाएगा और मिलावट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। जिले में यह अभियान बुधवार (9 अक्तूबर) को प्रारम्भ हुआ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि यह अभियान जिला स्तरीय प्रबंधन समिति के निर्देशन में किया जाएगा। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा इस अभियान के लिए समस्त जिलों में जिला कलेक्टर के माध्यम से टीमें गठित की गई हैं। अभियान के दौरान खाद्य व्यापारियों को हाइजीन एवं सैनिटेशन का पूर्ण ध्यान रखने के लिए जागरूक किया जाएगा। वहीं जिले में डिकॉय ऑपरेशन चलाते हुए मिलावटखोरों की दुकानों, गोदामों, निर्माण इकाईयों तथा अन्य गुप्त स्थानों पर कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इन टीमों द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के नियम एवं विनियमों की पूर्ण पालना करवाई जाएगी। नियमों की अवहेलना करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही होगी। इन टीमों द्वारा दूध, पनीर, मावा व इनसे बनने वाली मिठाइयां, घी, तेल, मसालों आदि पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। नमूनीकरण एवं निरीक्षण के दौरान सीज मिलावटी खाद्य पदार्थों के निस्तारण के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग करवाई जाएगी, जिससे कार्यवाही में पारदर्शिता रहे। अभियान की रिपोर्ट प्रतिदिन राज्य स्तर पर प्रेषित की जाएगी।
सितंबर में हुईं कुल इतनी कार्यवाहियां
खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रवण वर्मा ने बताया कि सितंबर माह में जिले में खाद्य निरीक्षण की 18 और नमूनीकरण की 27 कार्यवाहियां की गई। सर्विलेंस के तहत कुल 86 नमूने लिए गए। इनमें से 12 मानक और 6 अशुद्ध पाए गए। अशुद्ध नमूनों में 5 सब स्टेण्डर्ड और 1 अनसेफ थे। उन्होंने बताया कि 19 प्रकरण न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर चालान किए गए। इस दौरान न्यायालय द्वारा 60 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।
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