बीकानेर@ दो दिन पूर्व जय नारायण व्यास कॉलोनी में हुई दुखांतिका के एकमात्र जीवित बचे बालक चैतन्य मारू (14) की शिक्षा-दीक्षा और भविष्य की समस्त जिम्मेदारी बालक की भुआ - फूफा उठाएंगे। चैतन्य की भुआ मनीषा मारु ( शिक्षिका बीबीएस स्कूल) और फूफा एडवोकेट अशोक मारू ने मीडिया से बातचीत में इसकी पुष्टि की है। परिजनों ने दाह संस्कार के लिए राशि एकत्रित करने की बात से अनभिज्ञता प्रकट करते हुए अन्य किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता ना लेने का निर्णय लिया है। विपत्ति की घड़ी में सम्बल प्रदान करने के लिए सर्वसमाज का आभार प्रकट किया है। सेन समाज ने भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सरकार और प्रशासन से प्रभावी कदम उठाने की अपील की है।
चैतन्य मारू से मिले बाल अधिकारिता के अधिकारी और सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष
बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरूण सिंह शेखावत, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष जुगल किशोर व्यास, सदस्य जन्मेजय व्यास तथा चाइल्डलाइन के जिला समन्वयक प्रवेश आचार्य ने शुक्रवार को चैतन्य मारू और उसके संरक्षकों से मुलाकात की।
सहायक निदेशक शेखावत व सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष व्यास ने दो दिन पूर्व हुई दुखांतिका पर शोक जताया। बालक के माता-पिता के निधन के बाद सभी प्रकार से सरकारी सहायता उपलब्ध करवाने तथा रहने आदि के बारे में बताया। बालक के साथ उसके भुआ-फूफा (मनीषा मारू व अशोक मारू) मिले। उन्होंने भविष्य में बालक की देखरेख व संरक्षक करने की बात कहीं। बालक ने भी उनके साथ रहने की जानकारी दी। बालक के संरक्षकों ने बताया कि उसके विद्यालय में स्वयं को संरक्षक नामित करने की सूचना दे दी गई है।
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