बीकानेर@ श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के एक खेत में बंटाईदार के रूप में काम करने वाले किसान की नाबालिग बेटी ने प्रेमी के चक्कर में अपनी जान गंवा दी। प्रेमी युवक की निशानदेही पर पुलिस कुएं से शव निकालने का प्रयास कर रही है। कुएं में पानी भरा होने से देर शाम तक शव नहीं निकाला जा सका।जानकारी के अनुसार, बीकानेर जिले के जसरासर थाना क्षेत्र के एक गांव का व्यक्ति अपने परिवार के साथ नागौर में एक खेत पर बंटाईदार के रूप में पिछले कुछ समय से कृषि कार्य कर रहा है। इस दौरान उसकी नाबालिग पुत्री पड़ोस में रहने वाले एक युवक के प्रेम जाल में फंस गई। गत 2 नवम्बर की रात को युवक उसे बहला-फुसला कर भगा ले गया। इस संबंध में उसके परिजनों ने श्रीबालाजी थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि नाबालिग दो नवम्बर की शाम को उनके साथ सोई थी, लेकिन रात 11 बजे वह अपने बिस्तर पर नहीं मिली।
कॉल डिटेल खंगाली, तो पकड़ में आया आरोपी
नागौर एसपी नारायण टोगस ने बताया कि तकनीकी एंगल से जांच की, जिसमें पड़ोस में रहने वाले युवक के साथ फोन पर बातचीत करना सामने आया। इसके बाद युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने बताया कि वे दोनों पहले नोखा गए। वहां से वे पांचू थाना क्षेत्र के साठिका गांव के निकट एक सूने कुंए के पास पहुंचे तथा उसमें कूदकर जान देने का निर्णय लिया। कुएं में पहले लड़की कूदी, जिसे देखकर लड़के ने विचार बदल लिया और वापस घर आ गया। पुलिस युवक की निशानदेही पर कुएं से शव निकालने का प्रयास कर रही है। कुएं में पानी होने के कारण एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया, लेकिन रात होने के कारण देर शाम तक शव नहीं निकाला जा सका। आखिर 72 घण्टों बाद शव को कुएं से निकाल लिया गया है। शव को नोखा के बागड़ी अस्पताल में रखवाया गया है। जहाँ पर पोस्टमार्टम किया जाएगा। एसपी टोगस ने बताया की शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा, ताकि यह पता चल सके कि बालिका की हत्या की गई या फिर उसने खुद कूदकर जान दी।
शादी नहीं कर पाए, इसलिए लिया फैसला
पुलिस के मुताबिक, दोनों का जैसलमेर जाकर शादी करने का इरादा था, लेकिन बाद में लड़की ने बताया कि वह नाबालिग है, इसलिए शादी नहीं कर सकते। इसके बाद एक बार तो वापस घर जाने की बात की, लेकिन फिर घरवालों के डर से विचार बदल दिया और एक साथ जान देने का निर्णय लिया।
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