बीकानेर पुलिस अधीक्षक को आत्महत्या करने की धमकी देने वाले मामले में नया मोड़ सामने आया है। जानकारी के अनुसार नोखा की एक विवाहिता निरमा सोनी के द्वारा अपने पति जेठमल सोनी के विरुद्ध दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करने हेतु पुलिस अधीक्षक बीकानेर को परिवाद देकर 7 दिवस के भीतर घर नहीं बसाने पर आत्महत्या करने की धमकी दी थी। जिसके बाद आज महिला के पति जेठमल सोनी ने अपनी पत्नी को आत्महत्या करने से बचाने के लिए पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर को परिवाद देकर अपनी पत्नी को गिरफ्तार करने की मांग की है। पति ने परिवाद देते हुए पुलिस को बताया कि उसका विवाह 3 मार्च 2014 को हुआ था। शादी के बाद से उसके ससुराल वाले मुझे तंग व परेशान करते आ रहे है। । मेरी पत्नी निरमा को छोटी छोटी बात पर पुलिस थाने लेकर चले जाते है। चार साल पहले मुझे ससुराल बुलाकर मेरे साथ मारपीट की और मेरी पत्नी को दो साल से पीहर में ही रोक लिया और अभी भी मेरी पत्नी पीछले 8 माह से अपने पीहर में रह रही है। मेरी माता का स्वर्गवास हो गया तो माता के बारहवें दिन हमे बदनाम करने के लिये मृत्युभोज करवाने का झूठा आरोप लगाकर भारी पुलिस लवाजमें को साथ लेकर आई और और बारहवें के दिन माहोल खराब किया। इसके पश्चात् दिनांक 6 दिसंबर को मेरे ससुराल वालो ने मेरी पत्नी निरमा को बरगलाकर दहेज प्रताड़ना का मुकदमा कराते हुए एसपी को आत्महत्या करने की धमकी देते हुए कहा कि यदि 7 दिवस के भीतर कार्यवाही नही की जाती है तो वह सात दिन के पश्चात् आत्मदाह करके आत्महत्या कर लेगी। उक्त घटना को आज 4-5 दिन बीत चुके है यदि पुलिस प्रशासन द्वारा निरमा सोनी को आत्महत्या नहीं करने के लिए पाबन्द नही किया जाता है तो सार्वजनिक शान्ति व्यवस्था बिगडने के गंभीर संभावना है। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने पाबंद करने का आश्वाशन दिया। जेठमल सोनी के अधिवक्ता सोनी ने बताया कि किसी भी व्यक्ति द्वारा पुलिस प्रशासन को आत्महत्या करने की धमकी देना अपराध है और पति द्वारा भी महिला को आत्महत्या करने से रोके जाने हेतु पुलिस से गुहार लगाई है। यदि नोखा पुलिस द्वारा महिला को 7 दिवस से पूर्व पाबंद नहीं किया जाता है तो पुलिस के आला अधिकारियों से मुलाकात कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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