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बीकानेर: शहर के जीवन रक्षा अस्पताल में हंगामा, मरीज़ द्वारा पैसों की रसीद मांगने पर हुआ विवाद, बिना इलाज ओटी से किया बाहर

India-1stNews




बीकानेर@ शहर एक निजी हॉस्पिटल प्रशासन का अमानवीयता चेहरा सामने आया है। जहां ईलाज के लिए हॉस्पिटल प्रशासन को दिए पैसों की रसीद मांगने पर मरीज को ऑपरेशन थियेटर यानि ओटी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। मामला सार्दुलगंज स्थित जीवन रक्षा हॉस्पिटल का है। जहां हॉस्पिटल का नाम तो जीवन रक्षा है, लेकिन यहां मरीजों के साथ हो रहे बर्ताव के चलते हॉस्पिटल के इस सुंदर नाम पर धब्बा लग रहा है। दरअसल, बेसिक कॉलेज के पास रहने वाले अनिरुद्ध का पिछले दिनों एक्सीडेंट हो गया था। गुरुवार को अनिरुद्ध के जबड़े का ऑपरेशन होने वाला है, ऐसे में अनिरुद्ध अपने परिजनों के साथ पूरी तैयार के साथ यहां पहुंचा, लेकिन उसे नहीं पता था कि अस्पताल प्रशासन की अमानवीयता के चलते उन्हें दर्द के साथ खाली हाथ घर लौटना पड़ेगा।

अनिरुद्ध ने बताया कि बुधवार को वह इस हॉस्पिटल में भर्ती हुआ। हॉस्पिटल की ओर से उन्हें बताया कि आपके ईलाज में पूरे 60 हजार रुपए लगेंगे। जिसमें 14 हजार रुपए सरकार की योजना में डिस्काउंट व छह हजार रुपए और माफ करने का बोलते हुए कुल 20 हजार रुपए की छूट देने की बात बोली गई। 40 हजार रुपए केस देने को कहा गया। अनिरुद्ध ने बताया कि गुरुवार को ऑपरेशन के हॉस्पिटल के ऑपरेशन थियेटर में उसे ले लिया गया। उसके बाद ओटी में अनिरुद्ध के परिजनों से 40 हजार केस मांगे गए, जब परिजनों ने ऑनलाईन करने को कहा था तो वहां के स्टाफ ने ऑनलाईन पेमेंट लेने से मना करते हुए कहा कि हम तो केस ही लेंगे। ऐसे में परिजनों ने ओटी में 40 हजार रुपए केस दे दिए जो वहां के नर्सिंग स्टाफ ने प्राप्त किये। अनिरुद्ध ने बताया कि केस पेमेंट की जब रसीद मांग गई तो रसीद देने से मना कर दिया और कहा कि अगर आपको ईलाज नहीं करवाना है तो अपने मरीज को वापिस ले जाओ। इस बात के 10 से 15 मिनट बाद अनिरुद्ध सहित उसके परिजनों को हॉस्पिटल से बाहर निकाल दिया। अनिरुद्ध ने बताया कि हॉस्पिटल के स्टाफ ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया और जो 40 हजार रुपए नकद लिये थे वो भी हमें लौटा दिए।

शिकायत मिलने के बाद डिप्टी सीएमएचओ लोकेन्द्र गुप्ता अस्पताल पहुंचे। उन्होंने हॉस्पिटल संचालक चिकित्सक से इस संबंध में बातचीत की तो कहा कि हमारे हॉस्पिटल के चिकित्सकों का अंदरूनी मामला है, इनसे जो भी गलती हुई है हम उनके खेद प्रकट करते है। चिकित्सक ने कहा कि हम अपने स्तर पर इसकी जांच करवाएंगे और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गुप्ता का कहना है कि अगर यह शिकायत जिला स्तर पर प्राप्त होती है तो हम एक कमेटी बनाकर पूरे प्रकरण की जांच करवाएंगे और जो भी दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।

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