प्रदेशभर में पढ़ने वाले करीब पच्चीस लाख स्टूडेंट्स को पांचवीं और आठवीं क्लास की परीक्षा इस बार भी बोर्ड पैटर्न पर देनी है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा, जिसकी लास्ट डेट पांच फरवरी तय की गई है। फॉर्म के लिए सोमवार से ही पोर्टल ओपन कर दिया गया है
शिक्षा विभागीय परीक्षा के पंजीयक नरेंद्र कुमार सोनी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि पांचवीं और आठवीं बोर्ड के एग्जाम फॉर्म बीस जनवरी से पांच फरवरी तक ऑनलाइन भरे जा सकेंगे। इसमें सरकारी स्कूल, संस्कृत स्कूल, मूक बधिर स्कूल, अंध विद्यालय, प्राइवेट स्कूल, मदरसों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को हिस्सा लेना अनिवार्य है। आठवीं बोर्ड परीक्षा को प्रारम्भिक शिक्षा पूर्णता प्रमाण पत्र परीक्षा गया है, जबकि पांचवीं बोर्ड परीक्षा को प्राथमिक शिक्षा अधिगम स्तर परीक्षा नाम दिया गया है।
स्कूल प्रिंसिपल की जिम्मेदारी
पंजीयक सोनी ने बताया कि स्कूल प्रिंसिपल की जिम्मेदारी है कि वो अपने स्कूल में पढ़ने वाले पांचवीं और आठवीं क्लास के सभी स्टूडेंट्स के फॉर्म ऑनलाइन जमा करावें। इसके लिए स्कूल प्रबंधन को शाला दर्पण पोर्टल पर जाकर पांचवीं व आठवीं एग्जाम टेब पर क्लिक करके आगे फॉर्म भरना होगा।
करीब चौबीस लाख स्टूडेंट्स
राज्यभर में पांचवीं व आठवीं बोर्ड के करीब चौबीस लाख स्टूडेंट्स एग्जाम देते हैं। पिछले सालों में भी ये ही आंकड़ा सामने आया था। इस बार भी कमोबेश इतने ही फॉर्म ऑनलाइन भरे जाएंगे।
फेल हो सकते हैं आठवीं के स्टूडेंट्स
शिक्षा का अधिकार कानून के तहत आठवीं तक के स्टूडेंट्स को फेल करने का प्रावधान पिछले साल लागू हो गया था। वहीं इस साल से पांचवीं के स्टूडेंट्स भी फेल हो सकते हैं। हालांकि केंद्र सरकार ने शिक्षा का अधिकार कानून में संशोधन कर दिया है लेकिन राज्य सरकार ने इस पर नोटिफिकेशन जारी नहीं किया। ऐसे में वर्तमान में पांचवीं में फेल करने का प्रावधान नहीं है। अगर एग्जाम से पहले नोटिफिकेशन जारी होता है तो पांचवीं की परीक्षा में कम मार्क्स लाने वाले स्टूडेंट्स फेल हो जाएंगे।
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