India-1stNews
बीकानेर@ नीमच के कैंट पुलिस ने विकासनगर में हुई चोरी का खुलासा किया है। इसमें घर में खाना बनाने वाला कर्मचारी ही चोर निकला। वह दो साल से घर में चोरी कर रहा था। कभी नकदी तो कभी ज्वेलरी ले जा रहा था। मामले में बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ के सर्राफा व्यापारी को भी आरोपी बनाया जो फरार है। उसने आरोपी से ज्वेलरी लेकर गलाने का काम किया है।
फरियादी अनिल पिता राजमल नागौरी (60) निवासी 08, 14/3 विकासनगर नीमच ने 28 दिसंबर को घर से लाखों की चोरी का प्रकरण दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि पत्नी ने सोने व हीरे की रकम आलमारी में रखी थीं। बैंक लॉकर में रखने के लिए आलमारी खोली तो उसमें नहीं मिली। फिर मैंने अपने सीमेंट व पेट्रोल पंप के व्यवसाय से आई राशि देखी तो उसमें भी लाखों रुपए कम मिले। इस पर पहले परिवार के सदस्यों से चर्चा की, घर में खोजा। चोरी की आशंका जताते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इस पर उनके यहां भोजन बनाने वाला कर्मचारी घर चला गया व वापस आने में बहाने बनाने लगा। इससे शक होने पर घरवालों ने पुलिस को उसके बारे में जानकारी दी। पुलिस ने दलीपसिंह पिता किशोरसिंह शेखावत (24) जाति राजपूत निवासी डूंगरगढ़ हामू नीमच को राउंडअप किया तो उसने चोरी कबूल की।
आरोपी ने बताया कि वह 2 साल से कभी नकदी, कभी अंगूठी, कभी हीरे की ज्वेलरी चोरी कर रहा था। आरोपी के पास से 18 लाख नकद, 330 ग्राम सोना, हीरे के छोटे-बड़े 76 नग, एक अल्टो कार, एक ट्रक एवं प्लॉट की रजिस्ट्री जब्त की। यह सब चोरी की राशि से एक-डेढ़ साल में ही खरीदा।
बिना दस्तावेज के ज्वेलरी खरीदने वाला सर्राफा व्यापारी फरार
दलीप ने बताया कि वह ज्वेलरी को राजस्थान में सर्राफा व्यापारियों को देता था। इस पर टोनी उर्फ पुरुषोत्तमसिंह शेखावत निवासी श्रीडूंगरगढ़ (बीकानेर) राजस्थान को भी पुलिस ने आरोपी बनाया। यह सोना गला कर देता था। चोरी की सामग्री का हिसाब भी नहीं रखा। बिना किसी दस्तावेज के ज्वेलरी खरीदी। अभी आरोपी टोनी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
0 Comments