रामनिवास ने बताया कि बाहर निकलते समय उसने दो व्यक्ति को भागते हुए देखा। इसके अलावा मौके पर एक बाल्टी में पेट्रोल मिला और पूरे घर में पेट्रोल छिड़का हुआ था। साथ ही घर की आंगन में 'नेओडायन' लिखी छह छड़नुमा वस्तुएं भी मिली।
परिवार पर ही साजिश का आरोप:
वीरांगना के भाई रामनिवास जाट ने शहीद के पिता मोटाराम, भाई श्रीराम, मानाराम और ताराचंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। आरोप है कि ये सभी शहीद रामस्वरूप को मिलने वाले परिलाभ (सरकारी लाभ) हड़पना चाहते थे और इसी कारण उन्होंने वीरांगना और उसके परिवार को खत्म करने की साजिश रची।
शहीद का परिवार विवादों में: गौरतलब है कि शहीद रामस्वरूप कस्वां कुछ समय पहले ही देश सेवा करते हुए शहीद हुए थे। उनका बड़ा भाई श्रीराम भी सेना में है। लेकिन अब उनके परिवार में इस तरह के गंभीर विवाद ने सभी को हैरान कर दिया है।
घटना की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी कैलाश सिंह सांधु, सीओ हिमांशु शर्मा और थानाधिकारी अमित स्वामी मौके पर पहुंचे। एफएसएल की टीम को बुलाकर जांच की गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
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