कानाराम ने पूछताछ में खुलासा किया कि 14 जनवरी को उसका जानकार मांगीलाल रामावत पैसे लेने नोखा आया था। इस दौरान उसने अपने दोस्त राकेश राव और सुनिल नायक के साथ लूट की योजना बनाई। योजना के मुताबिक, कानाराम जानबूझकर मोटरसाइकिल गिराएगा और उसके दोस्त पैसों का बैग लूटकर भाग जाएंगे। घटना को अंजाम देते हुए सीओ ऑफिस वाली गली में कानाराम ने जानबूझकर मोटरसाइकिल गिराई और उसके दोस्तों ने मांगीलाल से पैसों का बैग लूट लिया। लूट के बाद आरोपी राकेश और सुनिल हिमाचल और प्रयागराज घूमने के लिए निकल गए।
पुलिस ने डीएसटी प्रभारी सत्यनारायण, जसरासर थानाधिकारी संदीप कुमार और श्रीडूंगरगढ़ थाने की टीम को आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगाया। टीम ने श्रीडूंगरगढ़ में बस से प्रयागराज जा रहे आरोपियों को पकड़ लिया। पूछताछ के बाद आरोपियों से लूट के 8.35 लाख रुपए बरामद किए गए।
ये था मामला
15 जनवरी 2024 को नत्थूसर बास बीकानेर निवासी मांगीलाल रामावत ने मुकदमा दर्ज करवाया कि मंगलवार को रुपए लेने नोखा आया था। जहां पर सीओ ऑफिस वाली गली के पास उतरकर में कानाराम जाट के घर चला गया था। उससे 9 लाख रुपए लेने के बाद वापस बीकानेर रवाना हुआ। इस दौरान कानाराम उसे अपनी बाइक पर बस चढ़ाने के लिए बस स्टैंड पर आ रहा था। रात करीब 10 बजे वह जैसे ही राणेराव तालाब के पास पहुंचे, पीछे से एक बाइक आई, जिस पर दो युवक सवार थे। बदमाशों ने उनकी बाइक को टक्कर मारकर नीचे गिरा दिया और रुपयों से भरा बैग लेकर भाग गए।
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