बीकानेर@ नशा माफियाओं और सप्लायरों की कमर तोडने में जुटी रेंज आईजी ऑफिस की स्पेशल टीम ने मंगलवार को महाजन इलाके में कार्यवाही कर नशीली दवाओं की बड़ी खेप के साथ युवति समेत तीन सप्लायरों को धर दबोचा। तीनों कार में सवार होकर नये की साठ हजार टेबलेट्स सप्लाई करने जा रहे थे। गिरफ्त में आये सप्लायरों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि तीनो जने पश्चिम राजस्थान के मेडिकल नशा माफिया नेटवर्क से जुड़े हुए है, जो नशीली टेबलेट्स की खेप पंजा में सप्लाई करने जा रहे थे। हत्थे चढ़े सप्लायरों में फाजिल्का पंजाब निवास सन्तोक सिंह पुत्र करतार सिंह, जलालाबाद फाजिल्का प्यारासिंह पुत्र हंसासिंह और अजवाना अबोहर निवासी शिमलारानी पत्नी तलवीर सिंह शामिल है। सप्लायरों ने नशे की टेबलेट्स कार की सीट के नीचे बने विशेष बॉक्स में छुपा रखी थी। दरअसल, रेंज आईजी ऑफिस की स्पेशल टीम को सूचना मिली थी कि स्वीफ्ट कार में सवार एक युवति और दो युवक नशीली दवाओं की खेप लेकर भारतमाला रोड़ से गुजरने वाले है। सूचना मिलत ही पुलिस ने महाजन इलाके में भारतमाला रोड़ पर नाकाबंदी कर बीकानेर की तरफ से आई कार को रोका तो उसमें सवार तीनों जनें के होश उड़ गये, घबराहट में तीनों ने अपनी कार में छुपा रखी नशीली टेबलेट्स का खुलासा कर दिया।
राजस्थान से पंजाब तक फैला हुआ है नेटवर्क
पुलिस के अनुसार नशा तस्करों का नेटवर्क गुजरात जोधपुर राजस्थान होते हुए पंजाब तक फैला हुआ है जिसमें तस्करों द्वारा नशीली गोलियों की खेफ गुजरात से राजस्थान होते हुए पंजाब में पहुंचाई जाती है, जहां नशाखोरों को ये टेबलेट्स दुगुने दामों में बेची जाती है। सप्लायरों ने युवति को इस लिये शामिल किया, जिससे पुलिस को चकमा दिया जा सके। कार्यवाही में रेंज आईजी ऑफिस की स्पेशल टीम के साथ महाजन थाना पुलिस का जाब्ता भी तैनात रहा। जानकारी में रहे आईजी ऑफिस की स्पेशल टीम इससे पहले भी रेंज में बड़ी कार्यवाहियां कर नशा माफियाओं और सप्लायरों की धरपकड़ कर चुकी है। मंगलवार को गिरफ्त में आये नशा सप्लार के तार गुजरात, राजस्थान, पंजाब में जुड़े होने के संबंध में जांच पड़ताल जारी है। पुलिस ने युवति समेत तीनों तस्करों का अपराधिक रिकॉर्ड भी पंजाब पुलिस से मंगवाया है।
पुलिस की इस टीम ने किया गिरोह का पर्दाफोश
मेडिकल नशा माफियाओं के गिरोह का पर्दाफाश कर नशीली दवाओं की खेप के साथ तीनों सप्लायरों को दबोचने वाली पुलिस टीम में एसआई देवीलाल सहारण, एसएचओं महाजन कश्यप सिंह, हैड कांस्टेबल विमलेश कुमार, कांस्टेबल रविन्द्र सिंह, बाबूलाल, मुखराम और राजेश कुमार शामिल थे।
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