बीकानेर। नई कोर्ट परिसर स्थित पुस्तकालय में आज अधिवक्ता परिषद राजस्थान बीकानेर इकाई द्वारा भारतीय नव वर्ष चैत्र शुक्ल वर्ष प्रतिपदा संवत 2082 की पूर्व संध्या पर ''हमारा नव वर्ष हमारा गौरव'' विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बार एसोसिएशन बीकानेर के अध्यक्ष विवेक शर्मा, विशिष्ट अतिथि , कुलदीप शर्मा बार काउंसिल आफ राजस्थान के पुर्व चैयरमेन,कार्यक्रम के अध्यक्ष
दामोदर अधिवक्ता परिषद जोधपुर प्रांत के प्रांत उपाध्यक्ष, कार्यक्रम के मुख्य वक्ता टेकचंद बरडिया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बीकानेर विभाग संघ चालक, थे। आज की संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन शेखावत बीकानेर इकाई के अध्यक्ष ने किया ,सतपाल सिंह शेखावत ने बताया कि विक्रम संवत में सौर, चन्द्र, नक्षत्र, श्रावण आदि आधार पर, मास व सप्ताह की गणना की गई है। मुख्य वक्ता टेकचंद बरडिया ने बताया कि भारतीय नववर्ष विक्रम संवत् को हम हिन्दू नववर्ष के रूप में मनाते हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पिछले 100 वर्षों से भारतीय नव वर्ष को समझोउत्सव के रूप में मनाने का प्रयास करता आ रहा है जिसका परिवर्तन वर्तमान समय में हम देख सकते हैं कि भारत के लोग आज इस नव वर्ष का महत्व समझ गए हैं लेकिन फिर भी जनता में जागरूकता आवश्यकता है भारतीय नव वर्ष को जनता द्वारा मनाने का जो है यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण व ज्योतिषिय गणना के आधार पर काफी सटीक पंचांग है। समाज में पाँच आयाम- पर्यावरण, सामाजिक समरसता, स्व का बोध, नागरिक कर्तव्य, कुटुम्ब प्रबोधन पर कार्य करने की आवश्यकता है। राज. उच्च न्यायालय जोधपुर के अति.महाधिवक्ता श्यामसुन्दर लदरेचा ने बताया कि अधिवक्ता परिषद् न्याय के क्षेत्र में सेवा के रूप में कार्य करने वाला संगठन है, जिसकी नीव बहुत मजबूत है।
बार एसोसिएशन, बीकानेर के अध्यक्ष विवेक शर्मा ने कार्यक्रम में आये समस्त अधिवक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन राधेश्याम सेवक बीकानेर इकाई महामंत्री ने किया।
कार्यक्रम के दौरान बार एसोसिएशन बीकानेर के सचिव विजयपाल विश्नोई, एड. अविनाश चन्द्र व्यास, एड. सुखाराम दावा , एड. हरिनारायण सारस्वत, एड. हरीश मदान, एड. रतिराम टाक, एड. चतुर्भुज सारस्वत, एड. तेजकरण सिंह राठोड़ , एङ गिरीराज व्यास , मुकेश आचार्य, मानवेन्द्र सिंह, भगवान सिंह, राम पारीक, अरविन्द सिंह शेखावत, मदन गोपाल व्यास, प्रेमनारायण हर्ष, तेजकरण सिंह राठौड़, राजकुमारी पुरोहित ,विकास छंगानी , मनोज विश्नोई, गोपाल कस्वां, मनीष व्यास, नवनीत नारायण, अरुण कुमार पुरोहित , हरीश भट्टड, जेठाराम मेघवाल द्वारकादास मोहता, उमाशंकर सेवग आदि काफी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित रहे।
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