बीकानेर जिले में हनी ट्रैप का मामला सामने आया है। सीमा पार से देश की सुरक्षा एजेंसियों को लीक करने के लिए ये साजिश रची थी। बीकानेर में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले रेलवे कर्मचारी को राजस्थान इंटेलिजेंस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पाकिस्तानी महिला एजेंट के संपर्क में था
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले आरोपी का नाम भवानी सिंह है। वह युवती के चक्कर में फंसकर हनी ट्रैप का शिकार हुआ था। पैसों के लालच में सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान की महिला एजेंट से संपर्क में रहा था। सेना की गतिविधियों की संवेदनशील एवं गोपनीय सूचना निरंतर पाकिस्तान में दे रहा था।
भवानी सिंह पाकिस्तानी लड़की निमी के संपर्क में आया था और उससे फोन पर बात और चैटिंग करने लगा। इस दौरान पाक एसेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाली निमी ने उसे अपने जाल में फांस लिया और गुप्त सूचनाएं मंगवाने लगी। इसके बदले में आईएसआई की ओर से भवानी सिंह को रुपए भी दिए जाने लगे। हनी ट्रैप और रुपयों के लालच में भवानीसिंह गुप्त और संवेदनशील सूचनाएं भेजने लगा। अब उसके मोबाइल की जांच की जा रही है और बैंक खातों को खंगाला जा रहा है। गौरतलब है कि इंटेलीजेंस के लोगों ने भवानीसिंह के साथ ही महाजन में ई-मित्र संचालक को भी पकड़ा था। लेकिन, पूछताछ के बाद ई-मित्र संचालक को छोड़ दिया। मंगलवार को भवानी सिंह को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
क्या है हनी ट्रैप?
हनी ट्रैप (Honey Trap) एक ऐसी रणनीति या तकनीक को कहते हैं, जिसमें किसी व्यक्ति को लुभाने, फंसाने या उससे गोपनीय जानकारी हासिल करने के लिए आकर्षण, प्रेम, या रोमांटिक संबंधों का इस्तेमाल किया जाता है। यह शब्द अंग्रेजी से लिया गया है, जहां 'हनी' (शहद) मिठास और आकर्षण का प्रतीक है। 'ट्रैप' (जाल) किसी को फंसाने का संकेत देता है।
हनी ट्रैप में ऐसे फंसते हैं लोग
इसका सबसे आम प्रयोग खुफिया एजेंसियों या जासूसों द्वारा किया जाता है। इसमें कोई आकर्षक व्यक्ति (अक्सर महिला) किसी अनजान शख्स से दोस्ती, प्रेम या शारीरिक संबंध बनाने की बात कहती है। इसके बदले वह संवेदनशील जानकारी निकालती है। आगे चलकर उसे ब्लैकमेल भी किया जाता है।
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