देशनोक ओवरब्रिज हादसा पीड़ित परिवारों को आर्थिक मुआवजा दिये जाने की मांग को लेकर देशनोक पुल हादसा संघर्ष समिति की ओर से कलक्टरी में दिया जा रहा धरना बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। पूर्व केबिनेट मंत्री गोविन्दराम मेघवाल, केश कला बोर्ड के पूर्व चैयरमेन महेन्द्र गहलोत और प्रदेश कांग्रेस सचिव रामनिवास कूकणा के नेतृत्व में दिये जा रहे धरने में शामिल हुए सैकड़ों लोगों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर सीएम भजनलाल शर्मा का पुतला फूंका।
इस मौके पर पूर्व मंत्री गोविन्द राम मेघवाल कहा कि राजस्थान के लिये इससे बड़ी विडंबना क्या होगी कि अंधी बहरी सरकार के इस राज में हादसा पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहयोग के लिये धरना प्रदर्शन करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि देशनोक पुल के प्रारम्भ से आज तक करीब 40 मौतें हो चुकी है फिर भी प्रशासन गहरी नींद में सो रहा है। प्रशासन तत्काल पुल को खारिज कर पुन- नये पुल का निर्माण करावें। प्रदर्शन में शामिल पूर्व मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि इस दर्दनाक हादसे पर मुख्यमन्त्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से संवेदना जरूर प्रकट की लेकिन आज हादसे के करीब एक माह का समय बीत जाने के बाद भी पीड़ित परिवारों को सरकार की तरफ से कोई आर्थिक सहायता प्रदान नहीं की गई है। मजबुरन परिजन न्याय की गुहार लगाने के लिये जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठे हैं जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।
पूर्व केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत ने कहा कि आज सैन समाज पर भारी संकट के बादल छाये हुए हैं, इस विपरीत परिस्थिति में हम सर्वसमाज के साथ एकजुट होकर न्याय की इस लड़ाई को लड़ रहे हैं जिसमें हम पीछे नहीं हटेंगे। प्रदर्शन करने वालों में भारतीय सैन समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्रवण कुमार, हड़मान मढ़, भंवर खिखनिया पूर्व सरपंच खिंदासर, अकासर सरपंच सुन्दर लाल राठी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य सुन्दर लाल नाई, बीकानेर क्षौर कार्य अध्यक्ष जयनारायण मारू, उपाध्यक्ष गोपाल पौड़ भाटी, सैन मन्दिर देशनोक के अध्यक्ष जगदीश जी चौहान, गुन्दूसर सरपंच पवन कुमार सैन, हेतराम सरपंच रीड़ी, ककू के पूर्व सरपंच रेवन्तराम राड, बंशीलाल प्रजापत, शिवरतन मारू, मनीराम मढ़ समेत सैंकड़ों लोग शामिल थे।
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